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अब अमेरिका देगा सुलेमानी के उत्तराधिकारी की सूचना देने वाले को एक करोड़ रुपये का इनाम

अमेरिका ने कावथरानी की सूचना देने वाले को एक करोड़ रूपये का इनाम देने की घोषणा की है। मुहम्मद कावथरानी लेबनानी हिजबुल्ला कमांडर है पहले इस समूह का संचालन कासिम सुलेमानी कर रहा था।

By Vinay TiwariEdited By: Published: Sat, 11 Apr 2020 03:34 PM (IST)Updated: Sat, 11 Apr 2020 03:34 PM (IST)
अब अमेरिका देगा सुलेमानी के उत्तराधिकारी की सूचना देने वाले को एक करोड़ रुपये का इनाम
अब अमेरिका देगा सुलेमानी के उत्तराधिकारी की सूचना देने वाले को एक करोड़ रुपये का इनाम

वाशिंगटन। कासिम सुलेमानी की हत्या करने के बाद अब अमेरिका के निशाने पर उसका उत्तराधिकारी मुहम्मद कावथरानी आ गया है। अमेरिका ने कावथरानी की सूचना देने वाले को एक करोड़ रूपये का इनाम देने की घोषणा की है। मुहम्मद कावथरानी लेबनानी हिजबुल्ला कमांडर है, पहले इस समूह का संचालन कासिम सुलेमानी कर रहा था, अमेरिका ने ड्रोन हमले में सुलेमानी की हत्या कर दी थी, उसके बाद जो दूसरा उत्तराधिकारी बना अमेरिका ने कुछ दिनों के बाद उसकी भी हत्या कर दी थी, अब मुहम्मद कावथरानी ने इसकी जिम्मेदारी संभाली है।

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अमेरिका शुरू से ही हिजबुल्ला को दुश्मन मानता रहा है, वो आतंकी गतिविधियों को संरक्षण देता रहता है, इसी को लेकर अमेरिका ने पहले भी नाराजगी जाहिर की है। अमेरिका को जो भी आतंकी गतिविधियों को संरक्षण देने या बढ़ावा देने वाला लगता है वो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करता है। इसी कड़ी में सुलेमानी की हत्या की गई थी। सुलेमानी की हत्या के बाद इरानी नेता खामेनेई ने अमेरिका पर हमले तक की बात कह दी थी मगर बाद में सब शांत हो गया। अमेरिका ने धमकी को नजरअंदाज करते हुए कहा था कि यदि हमला हुआ तो उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। 

ऐसा माना जा रहा है कि अमेरिका के पास मुहम्मद के पास बहुत अधिक जानकारी नहीं है इस वजह से उसने अपने मुखाबिरों को इसकी सूचना देने के लिए सक्रिय कर दिया है, साथ ही मुहम्मद की सूचना देने वाले को एक करोड़ रूपये का इनाम देने की भी घोषणा की है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने इस बारे में एक बयान भी जारी किया है। इस बयान में कहा गया है कि कावथरानी इराक में लेबनानी शिया आंदोलन का एक वरिष्ठ अधिकारी है। मुहम्मदग ने ईरान से जुड़े अर्धसैनिक समूहों के राजनीतिक को-आर्डिनेशन के काम को संभाला है।

अमेरिका ने 2013 से ही कावथरानी को आतंकवाद के लिए काली सूची में डाला हुआ है। अमेरिका का कहना है कि कावथरानी इराक सरकार के नियंत्रण के बाहर काम कर रहे समूहों के कार्यों में मदद पहुंचाता है जिसने विरोध प्रदर्शनों को हिंसक ढंग से दबाया है और विदेशी राजनयिक मिशनों पर हमला किया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय हिजबुल्ला को आतंकवादी संगठन की तरह देखता है। कमांडर पर इराक में ईरान समर्थित समूहों को को-आर्डिनेशन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आरोप है।


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