UN की लीक रिपोर्ट में खुलासा, अमेरिका से छल कर रहा उत्तर कोरिया; परमाणु कार्यक्रम जारी
उत्तर कोरिया गुपचुप तरीके से अब भी परमाणु और मिसाइलों का परीक्षण कर रहा है। यूएन का गोपनीय दस्तावेज लीक हुआ।
वॉशिंगटन (रॉयटर्स)। क्या उत्तर कोरिया परमाणु निरस्त्रीकरण के अपने वायदे से मुकर रहा है? क्या वह अपने परमाणु कार्यक्रम को गोपनीय तरीके से आगे बढ़ा रहा है? इन सवालों के बीच एक बार फिर अमेरिका के एक अखबार ने दावा किया है कि उत्तर कोरिया गुपचुप तरीके से अब भी परमाणु और मिसाइलों का परीक्षण कर रहा है। यूएन के गोपनीय दस्तावेज के आधार पर अखबार ने कहा कि ट्रंप और किम जोंग के बीच हुई वार्ता के बाद भी उत्तर कोरिया ने परमाणु निरस्त्रीकरण नहीं किया है।
बता दें कि इस लीक रिपोर्ट को उत्तर कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों के क्रियान्वयन की निगरानी के तहत अज्ञात स्वतंत्र विशेषज्ञों द्वारा पिछले छह महीने की समीक्षा के बाद तैयार किया गया। जिसे शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र समिति को सौंपा गया। रॉयटर्स ने पेपर के हवाले से कहा कि प्योंगयांग ने मिसाइल और परमाणु कार्यक्रमों को करना बंद नहीं किया है।
कहा जा रहा है कि उत्तर कोरिया यमन में सऊदी अरब के खिलाफ लड़ने वाले विद्रोहियों सहित मध्य पूर्व और अफ्रीकी राज्यों तक हथियार निर्यात करके संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों का भी उल्लंघन कर रहा है। ये कोयले, पेट्रोलियम और वस्त्र उत्पादों को भेज रहा है। पुंग्ये-री परमाणु परीक्षण स्थल के ध्वस्त करके के दो महीने बाद यह रिपोर्ट सामने आई है। उत्तर कोरिया ने पुंग्ये-री को ध्वस्त करने से पहले अंतरराष्ट्रीय पत्रकारों के एक समूह को आमंत्रित भी किया था, ताकि वे भी ये दृश्य देख सकें।
उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन ने संकेत दिया था कि वह अपने दक्षिण कोरियाई समकक्ष मून जे-इन के साथ एक अप्रैल की बैठक में परमाणु निरस्त्रीकरण करने को तैयार थे। किम की इस प्रतिज्ञा का दावा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके प्रशासन ने किया था और जून में खुद ट्रंप ने किम से मुलाकात भी की, जहां किम ने अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि भी की थी।
हालांकि इस राजनयिक सफलता के बावजूद अमेरिका ने कहा था कि उत्तर कोरिया पर निर्यात और आयात को लेकर लगे प्रतिबंधों को धीरे-धीरे खत्म कर दिया जाएगा, लेकिन उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु निरस्त्रीकरण के बाद ही ऐसा होगा। वहीं, जुलाई में राज्य सचिव माइक पोम्पियो ने कहा था कि ऐसा होने में 2.5 साल लगेंगे। हालांकि बाद में एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि इस (परमाणु निरस्त्रीकरण) प्रक्रिया के लिए वास्तविक समयरेखा निर्धारित करने का निर्णय किम का था। इस सप्ताह की शुरुआत में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और अधिकारियों द्वारा यह दावा किया गया कि उत्तर कोरियाई मिसाइल फैक्ट्री में नवीनीकृत गतिविधि हो रही है। उन्होंने दावा किया कि प्योंगयांग एक या दो नई अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों को बना रहा था।