कोरोना रोगियों पर नजर रखने का नया तरीका ईजाद, 500 मरीजों पर अजमाया गया
कोरोनावायरस के मरीजों का पता लगाने के लिए वैज्ञानिक नित नई-नई खोजें कर रहे हैं इसी दिशा में अब एक नए उपकरण की खोज की गई है।
वाशिंगटन, प्रेट्र। शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस (कोविड-19) से पीडि़त रोगियों पर नजर रखने के लिए एक नया तरीका ईजाद किया है। उन्होंने डाक टिकट के आकार का सेंसर युक्त एक ऐसा उपकरण विकसित किया है, जिससे शरीर के तापमान और रक्त में ऑक्सीजन के स्तरों को रिकॉर्ड किया जा सकेगा। इस उपकरण के इस्तेमाल से कोरोना के प्रारंभिक लक्षणों का भी पता लगाया जा सकता है।
अमेरिका की नार्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने बताया कि इस नए उपकरण को 50 से ज्यादा चिकित्सकों, विशेषज्ञों और रोगियों पर आजमाया गया है। साइंस एडवांस पत्रिका में छपे अध्ययन के अनुसार, डाक टिकट के आकार वाला यह स्टिकर जैसा एक चिकित्सा उपकरण है। यह बेहद मुलायम और लचीला है। इसे गले के निचले हिस्से पर लगाया जा सकता है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि इस उपकरण के उपयोग से श्वसन तंत्र पर नजर रखा जा सकता है। इस काम के लिए गर्दन सही स्थान है। इस अध्ययन से जुड़े शोधकर्ता जॉन ए रोजर्स ने कहा, 'यह उपकरण त्वचा पर होने वाले बेहद मामूली कंपन को भी भांप सकता है।
बुखार के लिए इसे टेंपरेचर सेंसर से युक्त किया गया है।' उन्होंने बताया कि पहनने योग्य यह उपकरण श्वसन प्रणाली की सेहत पर नजर रखने के साथ ही खांसी की भी गणना कर सकता है। अध्ययन का नेतृत्व करने वाले नार्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता अरुण जयरमन ने कहा, 'हम बीमारी का प्रारंभिक अवस्था में ही पहचान करने वाले उपकरणों के विकास पर एकजुट होकर काम कर रहे हैं।'
इससे पहले तमाम देशों में कोरोना वायरस के मरीजों का पता लगाने के लिए कई और विधियां इस्तेमाल की गई। वो कहां से आए, किसके संपर्क में रहे, ट्रैवल हिस्ट्री जैसी चीजें तलाशी गई फिर इन मरीजों का पता लगाया गया। अभी तक दुनिया में कोरोना वायरस के मरीजों को ठीक करने के लिए टीके की खोज नहीं हो सकी है इस वजह से मरीजों का शोध करने की दिशा में भी कदम उठाए जा रहे हैं। इसी के साथ मरीजों का पता लगाने के लिए इस्तेमाल में आने वाले उपकरणों की खोज भी जारी है।