नासा इसी माह पहली बार महिलाओं की टोली को कराएगा स्पेसवॉक, तैयारी पूरी
नासा की ओर से इसी माह पहली बार महिलाओं की टोली को स्पेसवॉक के लिए भेजा जा रहा है। पहले ये स्पेसवॉक मार्च में होना था अब अक्टूबर में हो रहा है।
नई दिल्ली, एजेंसी। नासा ने इस साल मार्च माह में महिलाओं की टोली को स्पेसवॉक कराने का प्लान बनाया था मगर स्पेससूट उपलब्ध न होने की वजह से उसे कैंसल कर दिया गया था। अब नए सिरे से इसका प्लान बनाया गया है। इसके तहत इसी माह 21 अक्टूबर को इन महिलाओं की टोली को स्पेसवॉक पर भेजा जाएगा। इस बारे में नासा की ओर से एक प्रेस ब्रीफिंग भी की गई। इसी में इस स्पेसवॉक के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। बताया गया कि अंतरिक्ष यात्री क्रिस्टीना कोच और जेसिका मीर के साथ ये पहली सभी महिला स्पेसवॉक इस माह होगी।
मार्च में बना था प्लान मगर सूट न होने से डेट आगे बढ़ी
नासा की ओर से ये भी जानकारी दी गई कि मार्च में जो स्पेसवॉक प्लान किया गया था उसे बाद में स्पेससूट उपलब्ध न होने की वजह से कैंसल करना पड़ा था। उस समय जिन लोगों को स्पेसवॉक पर ले जाने का प्लान बनाया गया था, उस हिसाब से नासा के पास स्पेससूट उपलब्ध नहीं थे, ऐसे में सारा कार्यक्रम कैंसल कर दिया गया। उसके बाद लोगों के हिसाब से स्पेससूट उपलब्ध कराने पर काम किया गया, अब उस हिसाब से स्पेससूट उपलब्ध हो चुके हैं, इस वजह से इसी माह इसका आयोजन किया जा रहा है।
केवल एक मध्यम आकार का था सूट
क्रिस्टीना कोच मार्च माह में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (International Space Station) में आया था और उसे अंतरिक्ष यात्री ऐनी मैकक्लेन के साथ एक स्पेसवॉक पर जाना था, लेकिन इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया क्योंकि स्टेशन पर केवल एक मध्यम आकार का सूट था। इस वजह से मैकक्लेन स्पेसवॉक पर नहीं जा पाया और वो पृथ्वी पर लौट आया।
स्पेसवॉक पर जाने वालों को दी जाती ट्रेनिंग
नासा के सार्वजनिक मामलों के कार्यालय के ब्रांडी डीन ने उस समय कहा था कि हम प्रत्येक अंतरिक्ष यात्री को अंतरिक्ष में होने वाली हर गतिविधि का ठीक तरह से अनुमान लगाने की पूरी ट्रेनिंग देते हैं। जब उनको प्रशिक्षण के दौरान ये स्पेससूट पहनाया जाता है उसी समय उनको इस तरह की ट्रेनिंग भी दी जाती है। कुछ मामलों में अंतरिक्ष यात्रियों को कई आकारों में प्रशिक्षित करते हैं। ऐसा करने से उनकी हर तरह की जरुरत पूरी होती है।
माइक्रग्रैविटी की भी ट्रेनिंग
उन्होंने बताया कि वैसे तो स्पेसवॉक पर जाने वाले को माइक्रोग्रैविटी की भी ट्रेनिंग दी जाती है, उनको वहां पर होने वाले परिवर्तनों के बारे में भी बताया जाता है मगर ये सिर्फ ट्रेनिंग होती है, हकीकत में जब आप स्पेस में होते हैं तो वहां पर हो रहे परिवर्तनों के हिसाब से आपको भी काम करना पड़ता है। अपने आप को एडजस्ट करना होता है। ट्रेनिंग में और मौके की हकीकत में फर्क होता है।
कॉन्फ़िगर किया गया नया स्पेससूट
मार्च में स्पेसवॉक स्थगन के बाद, कोच ने खुद दूसरे सूट को कॉन्फ़िगर किया, उसके बाद उस पर काम शुरु किया गया। नए सूट कॉन्फिगर किए जाने के बाद अब तक तीन बनकर तैयार हो चुके हैं, इन सूटों के बन जाने के बाद अब तीन अंतरिक्ष यात्री स्पेसवॉक कर सकेंगे। इनमें से दो नासा के अंतरिक्ष यात्री एंड्रयू मॉर्गन के साथ और एक जेसिका मीर के साथ स्पेसवॉक पर जाएंगी।
इस सप्ताह ISS पहुंचे मीर
कोच के साथ पहली सभी महिला स्पेसवॉक का संचालन करने के अलावा, उसे यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के अंतरिक्ष यात्री लुका परमिटानो के साथ एक स्पेसवॉक करना है। दरअसल कोच और मीर ने पिछले 6 सालों से एक साथ प्रशिक्षण लिया है क्योंकि वे दोनों एक ही अंतरिक्ष यात्री वर्ग के सदस्य हैं।