Move to Jagran APP

पृथ्‍वी पर लौटीं नासा की क्रिस्टिना कोच, लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने का रिकॉर्ड

इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन में लंबे समय तक रहने के बाद नासा की अंतरिक्षयात्री क्रिस्टिना कोच गुरुवार को वापस पृथ्‍वी पर आ गई। कुल 11 माह तक वे अंतरिक्ष में ही रहीं।

By Monika MinalEdited By: Published: Thu, 06 Feb 2020 02:55 PM (IST)Updated: Thu, 06 Feb 2020 03:03 PM (IST)
पृथ्‍वी पर लौटीं नासा की क्रिस्टिना कोच, लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने का रिकॉर्ड
पृथ्‍वी पर लौटीं नासा की क्रिस्टिना कोच, लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने का रिकॉर्ड

वाशिंगटन, रायटर्स। लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने का रिकॉर्ड कायम करने के बाद  अमेरिकी अंतरिक्षयात्री क्रिस्टिना कोच (Christina Koch) गुरुवार को वापस पृथ्‍वी पर लौट आईं। वहां उन्‍होंने रिकॉर्ड 328 दिन बिताए। उन्‍होंने वर्ष 2019 में महिलाओं के दल का  स्‍पेसवॉक में नेतृत्‍व किया था। बता दें कि  इतिहास में पहली बार किसी स्पेसवॉक में पूरी तरह महिलाओं का दल अंतरिक्ष स्टेशन के बाहर गया। 

loksabha election banner

नासा के अनुसार, उन्‍होंने  अंतरिक्ष में 328 दिन बिताया। इस क्रम में उन्‍होंने धरती के 5,248 चक्कर लगाए और13.9 करोड़ किमी की दूरी तय की। उन्‍होंने   अंतरिक्ष स्टेशन से बाहर निकलकर 6 बार चहलकदमी की और खुले अंतरिक्ष में 42 घंटे 15 मिनट बिताए।

इस दौरान उन्होंने अनेक वैज्ञानिक प्रयोगों व मिशनों को अंजाम दिया। नासा के अनुसार, पिछला रिकॉर्ड अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री पेगी विटसन (Peggy Whitson) के नाम था। विटसन ने वर्ष  2016-17 के दौरान स्टेशन कमांडर के तौर पर 288 दिन तक अंतरराष्‍ट्रीय अंतरिक्ष स्‍टेशन में रहीं थी। नासा ने बताया कि  क्रिस्टीना के साथ यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के अंतरिक्ष यात्री लूका परमितानो और रूस के अंतरिक्ष यात्री एलेक्जेंडर स्क्वोर्त्सोव भी क्रिस्टिना कोच के साथ वापस लौटेंगी। इस मिशन के दौरान वैज्ञानिकों को भविष्य के चंद्रमा व मंगल मिशनों के अलावा गुरुत्‍वाकर्षण व स्‍पेस रेडिएशन का महिलाओं के शरीर पर प्रभाव को लेकर महत्वपूर्ण डाटा प्राप्‍त हुआ है।  इसपर आने वाले समय में अध्‍ययन किया जाएगा जो अमेरिकी स्‍पेस एजेंसी के काम आएगा क्‍योंकि अगले दशक में चंद्रमा की सतह पर स्‍थायी स्‍पेस स्‍टेशन बनाने का उनका लक्ष्‍य है।   

41 वर्षीय क्रिस्टिना कोच का यह काफी व्‍यस्‍त मिशन था जिसमें भविष्‍य के चंद्रमा व मंगल मिशन का महत्‍वपूर्ण डेटा मिला है।  महिलाओं के स्‍पेसवॉक का पहला प्रयास नासा को रद करना पड़ा था क्‍योंकि उसकी एक अंतरिक्षयात्री के पास मीडियम साइज का स्‍पेस सूट उपलब्‍ध नहीं था।

यह भी पढ़ें: अंतरिक्ष में धड़क रहा है प्लूटो का दिल, जमे हुए नाइट्रोजन से बनी अनोखी संरचना

यह भी पढ़ें: तीन चरणों में पूरा होगा मंगल मिशन, अभियान की अगुआई के लिए उम्मीदवार की तलाश


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.