Nancy Pelosi ने कहा- Taiwan के पास चीन के सैनिक अभ्यास को आम बात नहीं होने देगा अमेरिका
China Taiwan Conflict- ताइवान के क्षेत्र में चीन के सैनिक अभ्यास पर नैन्सी पेलोसी ने कहा कि अमेरिका इसे आम बात नहीं होने दे सकता। चीन ताइवान को डराने की कोशिश कर रहा है अमेरिका इसकी अनुमति नहीं देता।
वॉशिंगटन, एजेंसी। अमेरिकी संसद के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव की स्पीकर नैंसी पेलोसी (Nancy Pelosi) ने कहा है कि अमेरिका चीन को ताइवान पर दबाव बनाने की इजाजत नहीं दे सकता। नैन्सी पेलोसी ने कहा कि उनके ताइवान यात्रा के बाद जिस तरह चीन ने सैन्य अभ्यास और लड़ाकू विमान की घूसपैठ कर ताइवान को डराने की कोशिश की है, अमेरिका यह बिल्कुल नहीं होने देगा।
चीन की कोशिशें होंगी नाकाम
बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नैन्सी पेलोसी ने कहा कि चीन इस तरह की गतिविधियों को सामान्य दिखाने की कोशिश कर रहा है, जिसकी अनुमति अमेरिका नहीं देता। अमेरिका ने कहा कि पेलोसी की ताइवान यात्रा ने स्पष्ट किया कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग चाहे कुछ भी कहे, अमेरिका अपने मित्रों और सहयोगी देशों के साथ खड़ा रहने वाला है।
हाल ही में चीन ने अमेरिकी स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा का विरोध किया था। ताइवान के साथ अपने पुराने विवाद में चीन अमेरिका की दखल नहीं चाहता था। इन सब के बीच, चीन ने ताइवान के जल और वायु क्षेत्रों में सैन्य अभ्यास शुरू किया। इसमें चीन के सैकड़ों लड़ाकू विमान, दर्जनों नौसैनिक जहाज शामिल थे, जिसमें एक परमाणु पनडुब्बी के साथ एक विमान वाहक समूह भी शामिल था।
ताइवान पर दबाव बनाना चाहता है चीन
बुधवार को चीन ने घोषणा करेत हुए कहा कि उसने ताइवान के आसपास अपने सप्ताह भर चलने वाले अभूतपूर्व सैन्य अभ्यास को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। चीन ने ताइवान के आसपास नियमित गश्त जारी रखने की बात कही थी।
जिसपर मीडिया रिपोर्ट्स में आशंका जताई गई कि ताइवान में चीन का इस तरह का युद्ध अभ्यास अब सामान्य बात होगी। सैन्य अभ्यासों के जरिए चीन स्व-शासित द्वीप ताइवान पर दबाव बनाए रखने की कोशिश करता रहेगा।
ताइवान ने चीन को दिया दो टूक जवाब
इधर, ताइवान भी चीन के सामने किसी भी हालात में झुकने को तैयार नहीं है। गुरुवार को चीन के श्वेत पत्र के प्रस्ताव को ठुकराते हुए ताइवान ने साफ कहा कि अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइपे यात्रा के जरिए चीन को हमें डराने का एक बहाना मिल गया। मगर ताइवान के लोग नहीं डरेंगे और अपने भविष्य का फैसला खुद करेंगे।