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गिरफ्तारी के बाद पहली बार म्यांमार की अदालत में पेश हुईं आंग सान सू की, जानें क्‍या हैं आरोप

आंग सान सू की सैन्य तख्तापलट के बाद पहली बार सोमवार को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश हुई हैं। सू की के एक वकील मिन मिन सोई ने बताया कि सिटी काउंसिल की इमारत में एक विशेष अदालत में सुनवाई के लिए वह पेश हुई हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Mon, 24 May 2021 04:29 PM (IST)Updated: Mon, 24 May 2021 04:29 PM (IST)
आंग सान सू की सैन्य तख्तापलट के बाद पहली बार सोमवार को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश हुई हैं।

बैंकाक, एजेंसियां। म्यांमार की अपदस्थ नेता आंग सान सू की सैन्य तख्तापलट के बाद पहली बार सोमवार को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश हुई हैं। म्यांमार की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सू की के एक वकील मिन मिन सोई ने बताया कि सोमवार को सिटी काउंसिल की इमारत में एक विशेष अदालत में सुनवाई के लिए वह पेश हुई हैं। वकीलों ने विन मिंट से भी मुलाकात की है जो निर्वाचित सरकार में राष्ट्रपति थे और उसी सरकार की सू की स्टेट काउंसलर थीं।

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सू की के खिलाफ आपराधिक मामलों के तहत कई आरोप लगाए गए हैं। लेकिन पिछली बार उन्हें अदालत में एक वीडियो लिंक के जरिये पेश किया गया था। उन्हें व्यक्तिगत रूप से अपने किसी भी वकील से मिलने की इजाजत नहीं दी गई थी। मिन मिन सोई ने बताया कि सू की ने म्यांमार के लोगों को संदेश दिया है कि नेशनल लीग डेमोक्रेटिक पाटी हमेशा उनके साथ रहेगी। एनएलडी तब तक रहेगा जब तक लोग रहेंगे।

अदालत में सू की को देखकर उनकी सेहत ठीक लग रही थी। उन्होंने अदालत में सुनवाई से पहले ही वकीलों के साथ आमने-सामने बैठकर 30 मिनट तक बातचीत की है। 1991 में नोबेल शांति पुरस्कार जीत चुकीं 75 वर्षीय सू की म्‍यांमार में तख्‍तापलट के बाद कई आपराधिक मामलों का सामना कर रही हैं। इनमें दो मामले साल 2020 के चुनाव प्रचार के दौरान कोरोना से संबंधित प्राकृतिक आपदा प्रबंधन कानून का उल्लंघन करने के हैं।

इसके अलावा सू की पर गैर कानूनी तरीके से वाकी-टॉकी का आयात अपने अंगरक्षकों के लिए करने और ऐसी सूचना फैलाने के आरोप है जिनकी वजह से लोगों में तनाव पैदा हो सकता था। सू की पर बिना लाइसेंस रेडियो का इस्तेमाल करने का भी आरोप है। इस बीच यूरोपीय संघ ने बयान जारी करके म्यांमार के सैन्य शासन के प्रति चेताते हुए कहा कि सू की के पिछले साल हुए आम चुनावों को फर्जी करार दिया गया था।


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