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पाकिस्तान की दोबारा सत्ता पाने के लिए मुशर्रफ ने अमेरिका से मांगी थी मदद

जनरल (रिटायर्ड) मुशर्रफ साल 2001 से 2008 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे। उन्होंने महाभियोग से बचने के लिए इस पद से इस्तीफा दिया था।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sat, 29 Dec 2018 06:24 PM (IST)Updated: Sun, 30 Dec 2018 12:55 AM (IST)
पाकिस्तान की दोबारा सत्ता पाने के लिए मुशर्रफ ने अमेरिका से मांगी थी मदद

वाशिंगटन, प्रेट्र। पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह परवेज मुशर्रफ का एक वीडियो सामने आया है। इसमें वह पाकिस्तान की सत्ता फिर से पाने के लिए अमेरिका से गुप्त मदद मांगते दिख रहे हैं। वह अमेरिकी सांसदों से यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि वह इस बात से बेहद शर्मिदा थे कि अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन के ठिकाने का पता लगाने को लेकर आइएसआइ का रवैया लापरवाही भरा था।

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अमेरिकी सांसदों से मदद मांगने वाला वीडियो आया सामने

अमेरिकी सांसदों के साथ बैठक का यह वीडियो पाकिस्तान के असंतुष्ट स्तंभकार गुल बुखारी ने पोस्ट किया है। बिना तारीख वाले इस वीडियो में 75 वर्षीय मुशर्रफ ने यह भी कहा कि उन्हें लगता है कि आइएसआइ (पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी) की लापरवाही माफी लायक थी, क्योंकि 9/11 के आतंकी हमले को लेकर सीआइए का भी इसी तरह का लापरवाही भरा रवैया था।

लादेन पर आइएसआइ की लापरवाही से हुए थे शर्मिदा

इस वीडियो में पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख मुशर्रफ, अमेरिकी सांसदों से यह कहते सुनाई दे रहे हैं, 'मैं यह कह रहा हूं कि मेरी साख पहले से बनी हुई है। मुझे फिर से सत्ता में आने की जरूरत है और मुझे सहायता की आवश्यकता है। मुझे यह मदद खुलेआम नहीं बल्कि गुप्त तरीके से दी जानी चाहिए।' एक वीडियो क्लिप में मुशर्रफ अमेरिकी संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा के गलियारे में चलते दिख रहे हैं। यह प्रतीत होता है कि वीडियो 2012 का हो सकता है।

अमेरिकी धनराशि से कम की गरीबी

वीडियो में मुशर्रफ ने यह भी दावा किया कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए अमेरिका से मिली धनराशि का उपयोग गरीबी को 34 फीसद से 17 फीसद के स्तर पर लाने में किया।

महाभियोग से बचने को दिया था इस्तीफा

जनरल (रिटायर्ड) मुशर्रफ साल 2001 से 2008 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे। उन्होंने महाभियोग से बचने के लिए इस पद से इस्तीफा दिया था। उन्होंने सुरक्षा और इलाज का हवाला देकर पाकिस्तान छोड़ा और तब से स्वदेश नहीं लौटे। वह मार्च 2016 से दुबई में रह रहे हैं। उन पर साल 2007 में संविधान निलंबित करने को लेकर देशद्रोह का मुकदमा चल रहा है।


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