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26/11 Mumbai Terror Attack: अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की विफलता भी है मुंबई हमला, जानें- कहां से उठी ये बात

अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की इस विफलता की बात यहां स्वतंत्र खोजी पत्रकारिता करने वाले एक संगठन ने कही है। अमेरिका की खुफिया एजेंसियों की नाक के नीचे रहते हुए मुंबई हमले की साजिश रचने में सफल हो गया था डेविड कोलमैन हेडली उर्फ सैयद गिलानी।

By Nitin AroraEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 06:33 PM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 06:54 PM (IST)
26/11 Mumbai Terror Attack:  अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की विफलता भी है मुंबई हमला, जानें- कहां से उठी ये बात
अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की विफलता भी है मुंबई हमला।

न्यूयॉर्क, आइएएनएस। अमेरिका की खुफिया एजेंसियों की नाक के नीचे रहते हुए मुंबई हमले की साजिश रचने में सफल हो गया था डेविड कोलमैन हेडली उर्फ सैयद गिलानी। अमेरिका में रहते हुए मुंबई हमले को अंजाम देने के लिए उसने पांच बार भारत यात्रा की। इस दौरान भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को कुछ सूचनाएं भी मिली थीं, जिनको अमेरिकी एजेंसियों को साझा किए जाने के बाद भी मुंबई हमलों को नहीं रोका जा सका। यह अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की बड़ी विफलता थी।

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डेविड हेडली अमेरिकी मूल का पाकिस्तानी आतंकी था। जो आइएसआइ का एजेंट था और अंडरकवर ऑपरेशन करते हुए लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करता था। उसे ही 26 नवंबर 2008 में मुंबई हमले का मुख्य साजिशकर्ता माना गया है।

अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की इस विफलता की बात यहां स्वतंत्र खोजी पत्रकारिता करने वाले एक संगठन ने कही है। इस संगठन का मानना है कि अमेरिका में हेडली मुंबई हमले की साजिश ऐसे समय में रचने में कामयाब हुआ,जब अमेरिका के 9 सितंबर 2001 के आतंकी हमले के बाद निरंतर सतर्कता चल रही थी। सतर्कता और पूर्व में भनक लगने के बाद भी खुफिया एजेंसियां पूरी तरह नाकाम रहीं।


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