AIDS से रोजाना 300 से ज्यादा बच्चों की हो जाती है मौत
इतनी संख्या में मौत के पीछे की मुख्य वजह समुचित इलाज का नहीं मिलना है।
संयुक्त राष्ट्र, आइएएनएस। एचआइवी संक्रमण से होने वाली बीमारी एड्स से विश्वभर में हर दिन 320 बच्चों की मौत हो जाती है। संयुक्त राष्ट्र की संस्था यूनिसेफ के अनुसार, 0-14 साल उम्र के एचआइवी पीड़ित बच्चों की इतनी संख्या में मौत के पीछे की मुख्य वजह समुचित इलाज का नहीं मिलना है।
भारत समेत विश्वभर के बच्चों पर एड्स की मार से संबंधित आंकड़े जारी करते हुए मंगलवार को यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक हेनरीटा फोर ने कहा, एचआइवी पीडि़त बच्चों में से केवल 54 फीसद को ही एंटीरेट्रोवाइरल इलाज प्राप्त हो रहा है। एड्स के खिलाफ जारी लड़ाई में विश्व ने काफी प्रगति की है, लेकिन यह अब भी पर्याप्त नहीं है। एड्स पर जारी आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि 0-9 साल तक के बच्चों में सिर्फ 2018 में इस खतरनाक बीमारी के डेढ़ लाख से ज्यादा नए मामले सामने आए। इस तरह इस आयुवर्ग के एचआइवी पीडि़त बच्चों की संख्या 11 लाख तक पहुंच गई है।