ओमिक्रोन के खिलाफ प्रभावी है माडर्ना वैक्सीन की बूस्टर डोज, कंपनी का दावा
अमेरिकी दवा कंपनी माडर्ना ने ओमिक्रोन के खिलाफ अपनी वैक्सीन के बूस्टर डोज को प्रभावी बताया है। साथ ही यह भी कहा है कि प्राथमिक डोज के रूप में लगाई जा रही दो डोज की तुलना में बूस्टर डोज देने के बाद प्रतिकूल प्रभाव ज्यादा देखने को मिले।
न्यूयार्क [न्यूयार्क टाइम्स]। अमेरिकी दवा कंपनी माडर्ना (Moderna) ने कहा है कि उसकी कोरोना रोधी वैक्सीन की बूस्टर डोज एंटीबाडी के स्तर को बहुत बढ़ा देती है जो ओमिक्रोन वैरिएंट (Omicron) को असरहीन कर सकती है। कंपनी ने यह दावा ऐसे समय में किया है जब ओमिक्रोन अमेरिका समेत पूरे विश्व में तेजी से फैल रहा है और ज्यादातर वैक्सीन इससे संक्रमण को रोकने में असरहीन नजर आ रही हैं।
100 माइक्रोग्राम की बूस्टर डोज है प्रभावी- माडर्ना
माडर्ना ने कहा कि उसके परीक्षण के नतीजों में देखने को मिला है कि वर्तमान में अधिकृत 50 माइक्रोग्राम की बूस्टर डोज एंटीबाडी के स्तर को 37 गुना बढ़ा देती है। जबकि, बूस्टर डोज की यह मात्रा प्रारंभिक डोज की तुलना में आधी है। कंपनी ने कहा कि 100 माइक्रोग्राम की पूरी बूस्टर डोज शरीर और प्रभावी पाई गई है और यह एंटीबाडी के स्तर को 83 गुना बढ़ा देती है।
बूस्टर डोज के बाद प्रतिकूल प्रभाव
कंपनी ने यह भी कहा है कि प्राथमिक डोज के रूप में लगाई जा रही दो डोज की तुलना में बूस्टर डोज देने के बाद प्रतिकूल प्रभाव ज्यादा देखने को मिले। खासकर 50 माइक्रोग्राम की तुलना में 100 माइक्रोग्राम की बूस्टर डोज देने पर प्रतिकूल प्रभाव के मामले ज्यादा सामने आए।
दक्षिण अफ्रीका में पहली बार मिले ओमिक्रोन के मामले से निपटने के लिए दुनिया के कई देशों में बूस्टर डोज लगाई जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization, WHO) ने 80 से अधिक देशों तक फैल चुके ओमिक्रोन को विश्व के लिए बड़ा खतरा बताया है और विश्व भर के देशों से इससे निपटने के लिए तैयारी करने को कहा है। वहीं, एक अध्ययन में सामने आया है कि अमेरिका में अधिकृत कोरोना वैक्सीन नए पाए गए ओमिक्रोन वैरिएंट के खिलाफ काफी कम सुरक्षात्मक हैं। हालांकि वैक्सीन की बूस्टर डोज नए वैरिएंट से निपटने में कारगर साबित हो सकती है।