बॉर्डर पर परिवार से बिछड़ते बच्चों देख भावुक हुईं मेलानिया, पति ट्रंप को दी ये सलाह
मेलानिया ट्रंप ने अमेरिकी प्रशासन ने अपील की है कि वो फैसला खत्म कर दिया जाना चाहिए, जिसके तहत अमेरिका के बॉर्डर पर माइग्रेंट बच्चों को उनके माता-पिता से अलग कर दिया जाता है।
वाशिंगटन, एपी। अमेरिका में इन दिनों अपने माता-पिता से बिछड़े(माइग्रेंट बच्चों) का मुद्दा चर्चा में हैं। रोते-बिलखते माइग्रेंट बच्चों को देखकर शायद ही कोई ऐसा होगा, जिसका दिल नहीं पसीजा होगा। अमेरिका की फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप भी परिवार से बिछड़े बच्चों को देखकर बेहद भावुक हो गईं। मेलानिया ट्रंप ने अमेरिकी प्रशासन ने अपील की है कि वो फैसला खत्म कर दिया जाना चाहिए, जिसके तहत अमेरिका के बॉर्डर पर माइग्रेंट बच्चों को उनके माता-पिता से अलग कर दिया जाता है।
पूर्व फर्स्ट लेडी लॉरा बुश ने भी माइग्रेशन की इस नीति को 'क्रूर' और 'अनैतिक' बताया और कहा कि इस नीति ने मेरे दिल को तोड़ दिया है। बच्चों को माता-पिता से बिछड़ता देख मुझे बेहद दुख होता है। इधर ट्रंप प्रशासन के इस फैसले का विरोध न सिर्फ डेमोक्रेट्स पार्टी, बल्कि रिपब्लिकन पार्टी के लोग भी करते आए हैं।
मेलेनिया ट्रंप की सचिव स्टेफेनी ग्रिशम ने बताया, 'मिसेज़ ट्रंप को पसंद नहीं है कि बच्चों को उनके परिवार से अलग किया जाए और वह उम्मीद करती हैं कि जल्दी ही दोनों पार्टियां एक साथ मिलकर अच्छी इमीग्रेशन पॉलिसी बना लेंगी। उनका मानना है कि सारे नियमों का पूरी तरह से पालन होना चाहिए, लेकिन हमें दिल से भी काम लेना चाहिए।'
गौरतलब है कि पिछले करीब 6 हफ्ते में करीब 2000 बच्चों को उनके मां-बाप से अलग कर दिया गया। ये संख्या मई के पहले हफ्ते से और भी बढ़ गई जब एटॉर्नी जनरल जेफ सेशन ने घोषणा की कि जो भी मेक्सिको की तरफ से बॉर्डर क्रॉस करेगा, उसको गिरफ्तार कर लिया जाएगा चाहे वो शरण ही क्यों न चाह रहा हो।
इधर डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि वह खुद भी इस नीति को खत्म करना चाहते हैं, लेकिन उन्होंने इस फैसले के लिए डेमोक्रेट्स को ज़िम्मेदार ठहराया। वैसे तो डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी राजनीतिक मुद्दों से अमूमन दूर ही रहती हैं, लेकिन इस समस्या का हल निकालने के लिए उन्होंने दोनों पार्टियों को साथ मिलकर काम करने को कहा।