Move to Jagran APP

राष्ट्रपति ट्रंप पर लिखी गई किताब का प्रचार करेंगी भतीजी मैरी ट्रंप, कोर्ट ने दी अनुमति

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भतीजी द्वारा लिखे गए किताब पर रोक लगाने की याचिका को खारिज करते हुए कोर्ट ने कहा है कि अब वे किताब का प्रचार कर सकती हैं।

By Monika MinalEdited By: Published: Tue, 14 Jul 2020 04:04 PM (IST)Updated: Tue, 14 Jul 2020 04:04 PM (IST)
राष्ट्रपति ट्रंप पर लिखी गई किताब का प्रचार करेंगी भतीजी मैरी ट्रंप, कोर्ट ने दी अनुमति

न्यूयॉर्क, एपी। अमेरिका की एक अदालत ने पहले दिए गए अपने फैसले को बदलते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भतीजी मैरी ट्रंप को अपने चाचा पर लिखी पुस्तक का प्रचार करने की अनुमति दे दी है। इससे पहले राष्ट्रपति ट्रंप के छोटे भाई राबर्ट ट्रंप ने पुस्तक के प्रचार पर एतराज जताते हुए कोर्ट में याचिका दायर की थी। दरअसल, राष्ट्रपति ट्रंप की भतीजी द्वारा लिखी गई किताब में ट्रंप परिवार व राष्ट्रपति ट्रंप के बारे में कई सनसनीखेज बातें उजागर की गई हैं। मैरी ने 'टू मच एंड नेवर इनफ हाउ माय फैमिली क्रिएट द व‌र्ल्ड मोस्ट डेंजरस मैन' में राष्ट्रपति ट्रंप को धोखेबाज बताते हुए लिखा गया है कि वे लापरवाह नेता हैं, जो दुनिया और समाज के लिए सबसे खतरनाक हो गए हैं। 

loksabha election banner

वितरित हो चुकी हैं पुस्तक की कई प्रतियां 

न्यूयॉर्क के पुफेकीसी के स्टेट सुप्रीम कोर्ट के जज हाल बी ग्रीनवल्ड ने ट्रंप के भाई राबर्ट ट्रंप की उन दलीलों को खारिज कर दिया, जिसमें मैरी की पिता की मौत के बाद हुए समझौते के तहत किताब के प्रकाशन और उस पर बातचीत करने से रोक लगाने की मांग की गई थी। जज ने कहा कि 2001 के समझौते में गोपनीयता की धारा को अगर ट्रंप परिवार के वर्तमान संदर्भ में देखेंगे तो यह उस सार्वजनिक नीति के विरुद्ध होगा, जिसमें व्यक्ति को अपनी बात कहने की पूरी आजादी होती है। चूंकि इस पुस्तक की काफी प्रतियां वितरित की जा चुकी हैं, ऐसे में इस पर बात करने से रोकना ठीक नहीं होगा। 

जज ने कहा- रॉबर्ट ट्रंप किताब से होने वाले नुकसानों को बताने में असफल 

जज ने कहा कि दो दशक पहले जो गोपनीय समझौते किए गए थे वह पैसों के लेनदेन को लेकर थे और वर्तमान में इनका बहुत महत्व नहीं है। हालांकि समझौते के गैर गोपनीय हिस्सों की बात करें तो 2020 के राष्ट्रपति चुनाव को देखते हुए यह अत्यधिक दिलचस्प हो सकते हैं। जज ने यह भी कहा कि राबर्ट ट्रंप अपनी याचिका में यह बात साबित नहीं कर सके कि पुस्तक के प्रकाशन से उन्हें या सार्वजनिक तौर पर किसी प्रकार का नुकसान होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.