Major Radhika Sen: 'मेजर राधिका सेन की सेवाएं UN के लिए सच्ची उपलब्धि, एंटोनियो गुटेरेस बोले- अवार्ड देते मुझे हो रहा गर्व
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (Antonio Guterres) ने कहा कि मेजर सेन सच्ची नेतृत्वकर्ता एवं आदर्श हैं। उनकी सेवा समग्र रूप से संयुक्त राष्ट्र के लिए सच्ची उपलब्धि है। मुझे उन्हें मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर अवार्ड प्रदान करते हुए बहुत गर्व हो रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय टुकड़ी की कमांडर के रूप में मेजर सेन ने अनगिनत गश्तों पर अपनी यूनिट का नेतृत्व किया।
पीटीआई, संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (Antonio Guterres) ने गुरुवार को भारत की मेजर राधिका सेन को प्रतिष्ठित '2023 यूनाइटेड नेशंस मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर अवार्ड' से सम्मानित किया। इस अवसर पर गुटेरेस ने कहा कि मेजर सेन भारत की एक सच्ची नेतृत्वकर्ता एवं आदर्श हैं और उनकी सेवा समग्र रूप से संयुक्त राष्ट्र के लिए सच्ची उपलब्धि है।
UN मुख्यालय में सम्मानित हुईं मेजर राधिका सेन
यूनाइटेड नेशंस आर्गनाइजेशन स्टैबिलाइजेशन मिशन इन द डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ द कांगो (मोनुस्को) में सेवा देने वाली मेजर सेन को गुटेरेस ने संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक अंतरराष्ट्रीय दिवस के अवसर पर संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित एक समारोह में सम्मानित किया।
मेजर सेन सच्ची नेतृत्वकर्ता एवं आदर्श हैं। उनकी सेवा समग्र रूप से संयुक्त राष्ट्र के लिए सच्ची उपलब्धि है। मेरे साथ भारत की मेजर राधिका सेन को बधाई दें। मुझे उन्हें मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर अवार्ड प्रदान करते हुए बहुत गर्व हो रहा है।- एंटोनियो गुटेरेस, संयुक्त राष्ट्र महासचिव
UN महासचिव ने सेवा के लिए दिया धन्यवाद
मेजर सेन ने डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ द कांगो (डीआरसी) के पूर्वी क्षेत्र में मार्च, 2023 से अप्रैल, 2024 तक मोनुस्को के एंगेजमेंट प्लाटून फॉर द इंडियन रैपिड डेप्लॉयमेंट बटालियन (आइएनडीआरडीबी) के कमांडर के रूप में सेवा दी। गुटेरेस ने मेजर सेन और सभी शांति रक्षकों को उनकी सेवा, नेतृत्व एवं महिलाओं, शांति व सुरक्षा एजेंडे के लिए प्रतिबद्धता के लिए धन्यवाद दिया।अनगिनत गश्तों पर अपनी यूनिट का नेतृत्व किया
उन्होंने कहा कि भारतीय टुकड़ी की कमांडर के रूप में मेजर सेन ने अनगिनत गश्तों पर अपनी यूनिट का नेतृत्व किया। गुटेरेस ने कहा कि इन गश्तों के दौरान उत्तरी किवु में बढ़ते संघर्ष के माहौल में उनके सैनिकों ने संघर्ष से प्रभावित समुदायों से सक्रिय रूप से संवाद किया, जिनमें महिलाएं एवं लड़कियां शामिल हैं। उन्होंने अपनी विनम्रता, करुणा एवं समर्पण से उनका विश्वास अर्जित किया।
सेन ने किए कई कई महत्वपूर्ण प्रयास
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि मेजर सेन ने महिलाओं के लिए सुरक्षित मंच उपलब्ध कराया ताकि वे अपने विचार एवं चिंताएं साझा कर सकें और मिशन उनकी आवश्यकताएं पूरी कर सके। उन्होंने कहा कि अपनी एक वर्ष की तैनाती के दौरान मेजर सेन ने नागरिक एवं सैन्य कार्यों को संभाला जिनमें महिलाओं और युवाओं के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण भी शामिल था।इस दौरान उन्होंने यौन उत्पीड़न एवं दुर्व्यवहार रोकने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए। हिमाचल प्रदेश में 1993 में जन्मी राधिका सेन आठ वर्ष पहले भारतीय सेना में शामिल हुई थीं। उन्होंने बायोटेक इंजीनियरिंग में स्नातक किया और जब वह आइआइटी, बांबे से परास्नातक कर रही थीं तब उन्होंने सेना में शामिल होने का फैसला किया था।यह भी पढ़ेंःविवेकानंद रॉक मेमोरियल में ध्यान से पहले PM मोदी की 33 साल पुरानी तस्वीर हो रही वायरल, कश्मीर का निकला कनेक्शन
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