सबसे कम उम्र की आइएस महिला आतंकी को उम्रकैद की सजा
सबसे कम उम्र की पहली आइएस महिला आतंकी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है।
लंदन (प्रेट्र)। ब्रिटेन की सबसे कम उम्र की पहली आइएस महिला आतंकी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। पैरोल पर विचार करने वाली अर्जी से पहले उसे कम से कम 13 साल जेल में रहना होगा। बता दें कि सीरिया जाकर आतंकी संगठन में शामिल होने से रोके जाने पर मोरक्को मूल की सफा बाउलर (18) को ब्रिटेन के कुछ महत्वपूर्ण स्थलों पर हमले की साजिश रचने का दोषी पाया गया है।
बाउलर शुक्रवार को अदालत में पेश हुई, जहां उसने इस्लाम और उसके चरमपंथी विचारों को छोड़ने का दावा किया। हालांकि जज ने उसके इस दावे को नजरअंदाज करते हुए कहा कि उनके विचार से इस समय इस बात के बहुत कम सुबूत हैं कि उसमें कोई बदलाव आया है। उसके विचार बहुत गहराई से जुड़े हुए थे। ऐसा प्रतीत होता है कि उसे इस बात की पूरी जानकारी थी कि वह क्या कर रही है।
हाईस्कूल परीक्षा की तैयारियों के दौरान सफा आइएस आतंकी नवीद हुसैन के संपर्क में आई। उस पर ब्रिटिश म्यूजियम पर आंतकी संगठन द्वारा हमले की कोडेड बातचीत को छिपाने का आरोप है।