महाभियोग मामले में ट्रंप के पक्ष ने बचाव में दी दलीलें, कहा- कोई भी सुबूत नहीं जो आरोप साबित कर सकें
arguments in Trumps defense in Impeachment trial राष्ट्रपति ट्रंप के बचाव में जो दलीलें दी जा रही हैं व्हाइट हाउस ने उन्हें सार्वजनिक किया है। जानें क्या दी गई हैं दलीलें..
वाशिंगटन, रॉयटर। Key arguments in Donald Trump's defense in Impeachment trial अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप Donald Trump के खिलाफ ऐतिहासिक महाभियोग मामले में सुनवाई शुरू हो गई है। राष्ट्रपति ट्रंप के बचाव में जो दलीलें दी जा रही हैं, व्हाइट हाउस ने उन्हें सार्वजनिक किया है। ट्रंप की ओर से बचाव में कहा गया है कि डेमोकेट्स ने जो भी आरोप लगाए हैं उन्हें साबित करने के लिए कोई भी सुबूत मौजूद नहीं हैं। वैसे ट्रंप पिछले कई महीनों से महाभियोग की प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि यह कार्यवाही पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण है।
सुनवाई के दौरान व्हाइट हाउस ने ट्रंप के पक्ष में दलीलें पेश करते हुए कहा कि डेमोक्रेट् के प्रभाव वाली प्रतिनिधि सभा महाभियोग के अपराध की पहचान करने में विफल रही है। प्रतिनिधि सभा ने शक्ति के दुरुपयोग के सिद्धांत पर काम करते हुए उच्च अपराध के मानक को दबा दिया है। प्रतिनिधि सभा ने नीतिगत असहमति के आधार पर महाभियोग को प्रभावी ढंग से लागू करने की कोशिश की है। उसकी कोशिश राष्ट्रपति पद को स्थायी रूप से कमजोर करने वाली है।
व्हाइट हाउस की ओर से यह भी कहा गया कि महाभियोग को लेकर चली जांच शुरू से ही त्रुटिपूर्ण थी। सदन ने कभी भी पूर्ण सदन के मतदान के बिना राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग की जांच शुरू नहीं की है। हाउस डेमोक्रेट्स ने अपनी पूरी कार्यवाही में एक अनसुनी प्रक्रिया को स्वीकार किया। यहां तक कि इसमें राष्ट्रपति तक को भाग नहीं लेने दिया गया। प्रतिनिधि सभा के निशाने पर राष्ट्रपति ट्रंप थे। पूरी प्रक्रिया में हाउस डेमोक्रेट्स की मंशा कभी भी सच्चाई का पता लगाना नहीं था।
व्हाइट हाउस की ओर से ट्रंप के पक्ष में सबसे मजबूत दलील यह पेश की गई कि राष्ट्रपति के खिलाफ लगाए गए आरोपों को साबित करने के लिए डेमोक्रेट्स के पास कोई भी सुबूत नहीं हैं। डेमोक्रेट्स की अगुवाई वाली प्रतिनिधि सभा ने ट्रंप पर यह झूठा आरोप लगाया कि उन्होंने उक्रेन को सशर्त सैन्य सहायता की पेशकश की थी।
मालूम हो कि प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी ने एक अमेरिकी व्हिसल ब्लोअर की शिकायत पर ट्रंप के खिलाफ महाभियोग चलाने के लिए जांच शुरू करने की घोषणा की थी। व्हिसल ब्लोअर ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए विदेशी मदद लेने की कोशिश की थी। ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से फोन पर बात की थी और अपने संभावित डेमोक्रेट प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन को बदनाम करने के लिए उन पर दबाव बनाया था। हालांकि ट्रंप बार बार इन आरोपों का खंडन करते रहे हैं।