नासा के अगले अंतरिक्ष अभियान का हिस्सा बनीं ईरानी मूल की जैस्मीन
जैस्मीन का चयन ऐसे वक्त पर हुआ है जब अमेरिकी हमले में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के बाद दोनों देशों में तनाव चरम पर है।
ह्यूस्टन, एएफपी। अंतरिक्ष में नासा के अगले अभियान के लिए चुनी गईं जैस्मीन मोगबेली ईरानी मूल की पहली अमेरिकी नागरिक हैं। अमेरिकी मरीन कोर की मेजर जैस्मीन हेलीकॉप्टर गनशिप पायलट के तौर पर अफगानिस्तान में 150 से ज्यादा अभियानों में हिस्सा ले चुकी हैं। एमआइटी यूनिवर्सिटी से स्नातक जैस्मीन बास्केटबॉल की भी अच्छी खिलाड़ी हैं। जैस्मीन का चयन ऐसे वक्त पर हुआ है जब अमेरिकी हमले में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के बाद दोनों देशों में तनाव चरम पर है।
ईरानी थे जैस्मीन के माता-पिता
जैस्मीन (36) के माता-पिता ईरानी थे। 1979 में हुई इस्लामिक क्रांति के बाद वे ईरान छोड़कर जर्मनी चले गए थे, जहां जैस्मीन और उनके भाई का जन्म हुआ। न्यूयॉर्क के बाल्डविन में पली-बढ़ीं जैस्मीन उसे ही अपना घर मानती हैं। मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में स्नातक कर चुकी जैस्मीन ने जब सैन्य पायलट बनने की इच्छा जताई थी तो उनके माता-पिता हैरान रह गए थे। लेकिन जब वह सेना में शामिल हो गई तो माता-पिता ने उनका पूरा साथ दिया। वह 2005 में अमेरिकी सेना में शामिल हुई थीं।
अपनी सभी सफलताओं के लिए माता-पिता और अपने पार्टनर सैम को श्रेय देने वाली जैस्मीन ने कहा, मुझे उम्मीद है कि मेरी इस सफलता से सामान्य पृष्ठभूमि से आने वाले लोग प्रभावित होंगे। जैस्मीन तीन माह पहले ही अपने पार्टनर सैम के साथ शादी के बंधन में बंधी हैं।
नासा के 13 एस्ट्रोनॉट में एक भारतीय भी शामिल
अमेरिकी वायु सेना के कर्नल भारतीय अमेरिकी जॉन वपुतूर चारी उन 11 नए नासा ग्रेजुएट में शामिल हैं जिन्होंने बेसिक अंतरिक्षयात्री की दो सालों से अधिक की ट्रेनिंग सफलतापूर्वक पूरी कर ली है। इसके साथ ही सभी अंतरिक्ष एजेंसी के भविष्य के मिशन मून और मार्स के लिए चुन लिए गए हैं। नासा के आर्तेमिस (Artemis) प्रोग्राम के एलान के बाद 2017 में 18000 उम्मीदवारों में से 11 एस्ट्रोनॉट का चयन किया गया जिसमें एक भारतीय मूल के राजा जॉन वपुतूर चारी भी हैं।