संयुक्त राष्ट्र की उच्च स्तरीय डिबेट में शामिल हुए विदेश मंत्री जयशंकर, रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर रखा भारत का पक्ष
विदेश मंत्री जयशंकर संयुक्त राष्ट्र की एक उच्च स्तरीय डिबेट में शामिल हुए जहां उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर भारत का पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि यूक्रेन संघर्ष को लेकर हमसे पूछा जाता है कि हम किसके पक्ष में हैं और हमारा जवाब हर बार सीधा और ईमानदार होता है।
न्यूयॉर्क, एएनआई: भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर संयुक्त राष्ट्र की एक उच्च स्तरीय डिबेट में शामिल हुए, जहां उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर भारत का पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि यूक्रेन संघर्ष को लेकर हमसे पूछा जाता है कि हम किसके पक्ष में हैं और हमारा जवाब हर बार सीधा और ईमानदार होता है। भारत शांति के पक्ष में है। हम उस पक्ष में हैं जो बातचीत और कूटनीति को ही एकमात्र रास्ता बताता है। जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र में देश की आजादी को 75 साल पूरे होने पर अमृत महोत्सव का भी जिक्र किया।
भारत कर रहा है समाज का कायाकल्प
जयशंकर ने कहा कि भारत आजादी के 75 साल मना रहा है, जिसे हम आजादी का अमृत महोत्सव कह रहे हैं। वर्ष 2022 भारत की यात्रा में एक मील का पत्थर है। उन्होंने कहा की आजादी के पहले की कहानी लाखों भारतीयों के परिश्रम, दृढ़ संकल्प और उद्यम की है। जयशंकर ने कहा कि हम सदियों के विदेशी हमलों, उपनिवेशवाद से त्रस्त समाज का कायाकल्प कर रहे हैं और यह सब एक लोकतांत्रिक ढांचे में रहते हुए किया जा रहा है।
As Ukraine conflict continues to rage, we're asked whose side we're on... India is on side of peace... We're on side that calls for dialogue... it's in our collective interest to work both within UN &outside to find an early resolution to this conflict: EAM Dr Jaishankar at #UNGA pic.twitter.com/elIIdKVaUk
— ANI (@ANI) September 24, 2022
शांति के पक्ष में है भारत
रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर भारत का पक्ष रखते हुए जयशंकर ने कहा कि यूक्रेन संघर्ष को लेकर हमसे पूछा जाता है कि हम किसके पक्ष में हैं और हर बार हमारा सीधा और ईमानदार जवाब होता है। भारत शांति के पक्ष में है, हम उस पक्ष में हैं जो बातचीत और कूटनीति को ही एकमात्र रास्ता बताता है। उन्होंने कहा कि इस संघर्ष का शीघ्र समाधान खोजने के लिए संयुक्त राष्ट्र के भीतर और बाहर दोनों जगह काम करना हमारे सामूहिक हित में है।