अमेरिका में गूंजा 'चप्पल चोर पाकिस्तान' का नारा, जानिए क्या है पूरा मामला
पाकिस्तान के खिलाफ दुनियाभर में लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। अमेरिका में भी लोगों ने आवाजें बुलंद कर दी हैं।
वाशिंगटन, प्रेट्र । अमेरिका में रहने वाले भारतीयों, अफगान और बलूच लोगों के बड़े समूह ने रविवार को पाकिस्तानी दूतावास के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया। ये लोग पाकिस्तान में भारतीय कैदी कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी के साथ दुर्व्यवहार पर विरोध जता रहे थे। जाधव की मां और पत्नी 25 दिसंबर को उनसे मिलने के लिए नई दिल्ली से इस्लामाबाद गई थीं।
उनके चप्पल-जूते उतरवाने के विरोध में विरोध प्रदर्शन के इस कार्यक्रम को चप्पल-चोर पाकिस्तान का नाम दिया गया था। भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी जाधव पर पाकिस्तान ने आतंकवाद फैलाने का झूठा आरोप लगाकर सैन्य अदालत के जरिये उन्हें मौत की सजा सुनाई है। भारत की अपील पर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने इस सजा के अमल पर फिलहाल रोक लगा रखी है। कारोबार के सिलसिले में ईरान गए जाधव को मार्च 2016 में तालिबान ने अगवा करके पाकिस्तानी एजेंसियों को सौंपा था।
इसके बाद पाकिस्तानी एजेंसियों ने जाधव पर बलूचिस्तान में आतंकवाद फैलाने का आरोप लगाकर मुकदमा चलाया और सैन्य अदालत ने जाधव को कानूनी मदद दिए बगैर मौत की सजा सुना दी। झूठे आरोप में एकतरफा कार्रवाई के विरोध में अमेरिका में रहने वाले भारतीय, अफगान और पाकिस्तानी एकजुट हुए। उन्होंने जमा देने वाली सर्दी के बीच पाकिस्तानी दूतावास के समक्ष मानवाधिकार उल्लंघन के इस मामले में नारेबाजी करते हुए विरोध जताया।
प्रदर्शनकारियों ने अपने हाथों में जाधव को सही न्याय दिलाने के पोस्टर भी ले रखे थे। प्रदर्शन में शामिल अमेरिकन फ्रेंड्स ऑफ बलूचिस्तान के संस्थापक अहमर मुस्तिखान ने कहा कि जाधव पर लगे आरोपों पर सुनवाई के दौरान न्याय पाने के किसी भी अधिकार का पालन नहीं किया गया। प्रदर्शनकारियों ने जाधव से मुलाकात के लिए गईं मां और पत्नी के चप्पल-जूते उतरवा देने पर खासतौर पर विरोध जताया गया। प्रदर्शन में जोर-शोर से चप्पल-चोर पाकिस्तान.. के नारे लगाए गए।
जाधव की मां-पत्नी के साथ दुर्व्यवहार के विरोध में प्रदर्शन
एक प्रदर्शनकारी ने तंज कसते हुए कहा, 'कुलभूषण जाधव की पत्नी की चप्पलें चुरा ली है तो उनका पाकिस्तान इस्तेमाल भी करेगा। मैं ये कहना चाहता हूं कि पाकिस्तान का मतलब क्या है? अमेरिका से डॉलर ला और भारत के जूते खा!'
कहा- जाहिर होती है पाकिस्तान की संकीर्ण मानसिकता
एक प्रदर्शनकारी ने इसे पाकिस्तान की संकीर्ण सोच करार दिया। प्रदर्शनकारी ने कहा कि जिस तरह से पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी के साथ व्यवहार किया, वो उसकी छोटी मानसिकता को दर्शाता है। इसे लोगों को समझने की जरूरत है।
लोगों ने इस्तेमाल किए हुए जूते पाकिस्तान को किए दान
जाधव परिवार के समर्थन में प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान को खूब लताड़ा। विरोध-प्रदर्शन के साथ पाकिस्तान दूतावास को इस्तेमाल किए हुए जूते भी दान किए। प्रदर्शनकारी अपने साथ कई जूते-चप्पल लेकर आए थे।
जाधव की मां-पत्नी के साथ हुआ था दुर्व्यवहार
हाल ही में पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारी जाधव से मिलने उनकी मां और पत्नी पाकिस्तान गई थीं, मगर वहां उनके साथ अधिकारियों ने दुर्व्यवहार किया। मुलाकात से ठीक पहले उनके कपड़े बदलवा दिए। वहीं बिंदी, मंगलसूत्र तक हटवा दिए। यहां तक पत्नी के जूते तक वापस नहीं किए। उन्हें शक था कि जाधव की पत्नी के जूते में कुछ है। इस दुर्व्यवहार को लेकर भारत ने कड़ी निंदा जताई। वहीं मुलाकात हुई भी तो उनके बीच में शीशे की एक दीवार खड़ी कर दी गई। एक इंटरकॉम के जरिए बातचीत हुई।
बचाव में पाकिस्तान ने जारी किया जाधव का वीडियो
हालांकि पाकिस्तान ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इंकार किया है। वहीं हाल ही में अपने बचाव में एक प्रोपेगंडा वीडियाे भी जारी किया था, जिसमें कुलभूषण जाधव से अपने पक्ष में कई झूठी बातें कहलवाई थीं। जैसे कि जाधव उस वीडियो में यह कहते नजर आए कि पाक अधिकारियों ने उनके साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया है। बल्कि वह मां और पत्नी से मिलवाने के लिए पाकिस्तान का शुक्रिया अदा करते हैं।
इतना ही नहीं, जाधव वीडियो में उल्टे भारत पर आरोप लगाते भी दिखे। उन्होंने कहा कि जब उनकी मां और पत्नी उनसे मिलने आईं तो उनकी आंखों में भय था। पता नहीं भारतीय अधिकारी उनके साथ कैसे पेश आ रहे हैं। यह भी कहा कि उनकी मां उनसे मिलकर बहुत खुश हुईं। यह बात भी कही कि वह अब भी भारत के एजेंट हैं। पता नहीं क्योंकि भारतीय अधिकारी इससे इंकार कर रहे हैं।
पाकिस्तान ने जाधव को सुनाई है मौत की सजा
आपको बता दें कि जाधव पर पाकिस्तान ने जासूसी का आरोप लगाते हुए मौत की सजा सुनाई है। हालांकि अभी यह मामला अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में है और फिलहाल इस सजा पर रोक लगा दी गई है।
अमेरिका के लगातार निशाने पर है पाकिस्तान
आपको यह भी बता दें कि पाकिस्तान अपनी करतूतों को लेकर अमेरिका के लगातार निशाने पर है। आतंकवाद के मुद्दे पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लताड़ने के बाद अमेरिकी प्रशासन ने एक के बाद एक कार्रवाई करते हुए उसकी सभी सैन्य व सुरक्षा सहायता पर रोक लगा दी है। वहीं चेतावनी भी दी है कि अगर उसने तालिबान और हक्कानी नेटवर्क के ठिकानों पर कार्रवाई नहीं की तो जल्द ही कुछ और कड़े फैसले भी लिए जा सकते हैं।
बलूच भी पाक अत्याचार के खिलाफ कर रहे प्रदर्शन
पाकिस्तान के खिलाफ बलूचिस्तानियों का भी गुस्सा जगजाहिर है। बलूच लोगों पर पाकिस्तान के अत्याचार के खिलाफ दुनियाभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। उनका आरोप है कि पाकिस्तानी उनके संसाधनों का अवैध रूप से इस्तेमाल कर रहे हैं और बदले में सिर्फ प्रताड़ित कर रहे हैं।
चीन के साथ नजदीकियां भी बनीं परेशानी का सबब
आतंकवाद समेत कई मुद्दों पर पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग पड़ता जा रहा है। वहीं चीन से बढ़ती उसकी नजदीकियां भी उसके लिए परेशानी का सबब बनती जा रही हैं। अमेरिका को भी यह बात सुहा नहीं रहा है। दरअसल, पाकिस्तान का फायदा उठाकर चीन अपने कई मंसूबों को पूरा करने में लगा हुआ है। अमेरिका से पाकिस्तान की बढ़ती दरार का भी वह फायदा उठाने में जुट गया है। खबर है कि वह पाकिस्तान में अपना एक और नौसैन्य अड्डा बनाने के फिराक में है, वो भी ऐसी जगह जिससे भारत की चिंता का बढ़ना लाजिमी है। अमेरिका तो पहले ही चीन के इस मंसूबे का खुलासा कर चुका है।
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