यूएन बजट में कटौती से भारत के भी बचेंगे 6.5 करोड़ रुपये
यूएन महासचिव एंटोनियो गुतेरस के प्रवक्ता स्टीफन डुजेरिक ने बताया कि साल 2016 और 2017 के बजट की अपेक्षा इस बार का बजट 1834 करोड़ रुपये कम है।
संयुक्त राष्ट्र, आइएएनएस : अमेरिका के दबाव में संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के बजट में पांच फीसद की कटौती की गई है। इससे भारत को भी अगले साल अपने अनिवार्य योगदान में से 6.56 करोड़ रुपये की बचत हो सकती है। वर्ष 2017 में यूएन के बजट में भारत ने करीब 131 करोड़ रुपये का योगदान दिया।
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने क्रिसमस की पूर्व संध्या पर साल 2018 और 2019 के लिए 5.397 अरब डॉलर (करीब 34,616 करोड़ रुपये) के बजट को मंजूरी दी थी। यूएन महासचिव एंटोनियो गुतेरस के प्रवक्ता स्टीफन डुजेरिक ने बताया कि साल 2016 और 2017 के बजट की अपेक्षा इस बार का बजट 1834 करोड़ रुपये कम है। फिलहाल संयुक्त राष्ट्र के बजट में भारत की हिस्सेदारी 0.73 फीसद है।
अर्थव्यवस्था बेहतर होने पर हालांकि भारत की हिस्सेदारी आने वाले समय में बढ़ सकती है। संयुक्त राष्ट्र के बजट में अभी सबसे ज्यादा 22 फीसद योगदान अमेरिका देता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गत सितंबर में यूएन बजट में कटौती की पैरवी करते हुए कहा था कि नौकरशाही और कुप्रबंधन के कारण संयुक्त राष्ट्र अपनी पूरी क्षमता तक पहुंचने में नाकाम रहा है।
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