कार्बन उत्सर्जन घटाने में चीन से बड़ी समस्या है भारत : ब्लूमबर्ग
डेमोक्रेटिक पार्टी में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड़ में हैं अमेरिकी कारोबारी।
वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी में उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल न्यूयॉर्क के पूर्व मेयर माइकल ब्लूमबर्ग (78) ने दावा किया है कि जलवायु परिवर्तन से लड़ने और खासतौर पर कार्बन उत्सर्जन घटाने के मामले में चीन के मुकाबले भारत ज्यादा बड़ी समस्या है।
लास वेगास में डेमोक्रेटिक पार्टी में उम्मीदवारी की प्रारंभिक बहस में ब्लूमबर्ग ने कहा कि ट्रंप प्रशासन द्वारा 2015 के पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका के हटने का फैसला हास्यास्पद था। ब्लूमबर्ग ने एक सवाल के जवाब में कहा, 'पूरी तरह ईमानदारी से कहूं तो चीन ने कमी लाई है। भारत ज्यादा बड़ी समस्या है, बल्कि यह असाधारण समस्या है। कोई इस बारे में कुछ नहीं कर रहा।'
ब्लूमबर्ग से उनके कारोबार के बारे में पूछा गया था जिसका दुनिया के सर्वाधिक कार्बन उत्सर्जक देश चीन में काफी निवेश है। उन्होंने आगे कहा, 'आप उनसे (चीन से) युद्ध करने नहीं जा रहे। आपको उनसे बातचीत करनी होगी और हमने टैरिफ के मामले में यह देख लिया है। आपको चीनियों को मनाना होगा कि यह उनके भी हित में है, जिस तरह हमारे लोग मरेंगे, उसी तरह उनके लोग भी मरेंगे और हम मिलकर काम करेंगे।'
'ट्रंप जैसे अहंकारी और धूर्त को मैं ही हरा सकता हूं'
ब्लूमबर्ग ने कहा, 'मुझे लगता है कि हमारे सामने दो सवाल हैं। पहला, डोनाल्ड ट्रंप को कौन हरा सकता है? और दूसरा, व्हाइट हाउस पहुंचकर कौन काम कर सकता है? मेरा कहना है कि मैं ही ऐसा उम्मीदवार हूं जो दोनों काम कर सकता है। मैं न्यूयॉर्क का हूं। मैं जानता हूं कि डोनाल्ड ट्रंप जैसे अहंकारी धूर्त व्यक्ति से कैसे निपटना है, जो न्यूयॉर्क से ही आते हैं। मैं मेयर हूं या मेयर था। मुझे पता है कि इस देश के एक जटिल, सबसे बड़े और सबसे विविधतापूर्ण शहर को कैसे चलाया जाता है।'