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भारत ने रासायनिक हथियारों की जांच का किया आह्वान, आतंकवादियों के हाथों में WMD को लेकर UNSC को किया अगाह

भारत ने गुरुवार को रासायनिक हथियारों के कथित उपयोग की एक उद्देश्यपूर्ण जांच का आह्वान किया। साथ ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) को आतंकवादी समूहों के हाथों में पड़ने वाले सामूहिक विनाश के हथियारों (WMD) के खतरों के प्रति संज्ञान लेने को लेकर आग्रह किया।

By TaniskEdited By: Published: Fri, 05 Mar 2021 08:44 AM (IST)Updated: Fri, 05 Mar 2021 08:44 AM (IST)
भारत ने रासायनिक हथियारों की जांच का किया आह्वान, आतंकवादियों के हाथों में WMD को लेकर UNSC को किया अगाह
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी उप प्रतिनिधि आर रवींद्र। (एएनआइ)

न्यूयॉर्क, एएनआइ। भारत ने गुरुवार को रासायनिक हथियारों के कथित उपयोग की एक उद्देश्यपूर्ण जांच का आह्वान किया। साथ ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) को आतंकवादी समूहों के हाथों में पड़ने वाले सामूहिक विनाश के हथियारों (WMD) के खतरों के प्रति संज्ञान लेने को लेकर आग्रह किया। साथ ही उसने देशों से मानवीय और विकास सहायता को राजनीति से न जोड़ने का आग्रह किया। भारत ने यह बात सीरिया को लेकर संयुक्त सुरक्षा परिषद की बैठक में कही। 

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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बोलते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी उप प्रतिनिधि आर रवींद्र ने कहा कि इस क्षेत्र में आतंकवादी समूहों विशेष रूप से आइएसआइएस की गतिविधियां बढ़ गई हैं। इसलिए परिषद को आतंकवादी समूहों के हाथों में पड़ने वाले सामूहिक विनाश के हथियारों  प्रति संज्ञान लेना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि हम सीरियाई नेतृत्व में बातचीत के माध्यम से यहां के लोगों की वैध आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए सीरिया में संघर्ष के व्यापक और शांतिपूर्ण समाधान का आह्वान करते हैं। 

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी उप प्रतिनिधि आर रवींद्र ने आगे कहा कि भारत ने मानवीय सहायता और मानव संसाधन विकास के माध्यम से सीरिया की मदद की है। भारत ने सीरिया में रासायनिक हथियारों के विनाश से संबंधित गतिविधियों के लिए ऑर्गनाइजेशन फॉर द प्रोहिबिशन ऑफ केमिकल वेपन्स (OPCW) ट्रस्ट फ़ंड को एक मिलियन यूएस डॉलर प्रदान किया है। उन्होंने यह भी कहा कि सभी लंबित मुद्दों के जल्द समाधान के लिए सीरिया और ओपीसीडब्ल्यू तकनीकी सचिवालय के बीच निरंतर सहयोग महत्वपूर्ण है।

अमेरिका बोला- रूस बन रहा बाधा

अमेरिका ने सीरिया के राष्ट्रपति बशर असद और उनके करीबी रूस पर गुरुवार को आरोप लगाया कि वह नागरिकों पर हमलों के दौरान रासायनिक हथियारों का उपयोग करने के लिए दमिश्क को जिम्मेदार ठहराने के प्रयासों को अवरुद्ध करने की कोशिश कर रहे हैं। अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि असद शासन ने स्वतंत्र जांच में बाधा डालने और ओपीसीडब्ल्यू की भूमिका और काम को कम करके जवाबदेही से बचने की कोशिश की है।


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