COVID-19: बढ़ सकती है US की मुश्किलें, कोरोना से मरने वालों की संख्या 200,000 तक पहुंचने का अनुमान
यह भी आंशका जाहिर किया गया है कि अमेरिका में संक्रमण से होने वाली मौत में तेजी से इजाफा हो सकता है। यह संख्या 100000 से 200000 तक पहुंच सकती है।
न्यूयॉर्क, एजेंसी। कोरोना वायरस COVID-19 को लेकर व्हाइट हाउस ने सख्त चेतावनी जारी करते हुए कहा कि आने वाले दो सप्ताह अमेरिका के लिए मुश्किल एवं बेहद चुनौती पूर्ण होगा। इन 14 दिनों में स्थितियां बद से बदतर हो सकती है। यह भी आंशका जाहिर किया गया है कि अमेरिका में संक्रमण से होने वाली मौत में तेजी से इजाफा हो सकता है। यह संख्या 100,000 से 200,000 तक पहुंच सकती है।
बड़े पैमाने पर सामाजिक दूरी के नियमों का उल्लंघन
अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोगों के चिकित्सक एंथोनी फौसी ने रविवार को जोर देते हुए कहा कि यह पूरी तरह संभव है। उन्होंने कहा कि अगर हम नियमों का सख्ती से पालन नहीं करते तो फिर कोरोना के प्रसार में मदद कर रहे हैं।व्व्हाइट हाउस में कोरोना वायरस समन्वयक डॉ डेबोरा बीरक्स ने कहा कि देश में बड़े पैमाने पर सामाजिक दूरी के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। इससे कोरोन संक्रमण की आशंका प्रबल हो गई है। इसका कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि मरने वालों की तादाद 100,000-200,000 तक पहुंच सकती है।
30 अप्रैल तक वर्तमान में सोशल डिस्टेंसिंग के दिशा-निर्देशों का विस्तार
इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि अमेरिका 30 अप्रैल तक वर्तमान में सोशल डिस्टेंसिंग के दिशा-निर्देशों का विस्तार कर रहा है। उन्होंने अमेरिकियों को आश्वस्त किया कि एक जून तक हम इस पर काबू पा लेंगे।ट्रंप ने कहा कि कोरोना से होने वाली मौत की अुनमान संख्या एक गंभीर समस्या की ओर इशारा करती है। उन्होंने कहा कि अगर हम सामाजिक दूरी के नियमों का सख्ती से पालन नहीं करेंगे तो मरने वालों का आंकड़ा 20 लाख भी पार कर सकता है। यह बहुत भायनक होगा। उन्होंने कहा कि हमने बहुत अच्छा काम किया है। उन्होंने अमेरिकी नागरिकों को भरोसा दिलाया कि एक जून तक हम सबकुछ ठीक कर लेंगे।
आपातकाल में मलेरिया की दो दवाओं के सीमित प्रयोग को स्वीकृति
अमेरिका में अगले दो सप्ताह में कोरोना वायरस का प्रकोप और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। इस खतरे को देखते हुए अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज के लिए आपातकाल में मलेरिया की दो दवाओं के सीमित प्रयोग को स्वीकृति दी है। बता दें कि कोरोना वायरस की अभी तक कोई दवाई या वैक्सीन ईजाद नहीं हो पाई है। रविवार को प्रकाशित एक बयान में, अमेरिका स्वास्थ्य एवं मानवीय सेवा मंत्रालय ने राष्ट्रीय संचय में दिए गए क्लोरोक्विन और हाइड्रोक्लोरोक्विन समेत अन्य दवाओं के हालिया दान की विस्तृत जानकारी दी। इन दोनों दवाओं के कोविड-19 मरीजों के इलाज में प्रयुक्त हो सकने की संभावना की जांच हो रही है।