टोरंटो की लाइब्रेरी में 73 साल बाद महिला ने लौटाई किताब, फिर भी नहीं लगा कोई जुर्माना
टोरंटो की रिटायर लायब्रेरियन मैरी कोंडो ने एक किताब को लौटाने में 73 साल लगा दिए। 75 साल की मैरी के मुताबिक 1945 में जब वह दो साल की थीं उनकी मां ने यह किताब उन्हें दिया था।
वॉशिंगटन, एजेंसी। दोस्तों और लायब्रेरी से किताबें लेने के बाद लोग अक्सर उन्हें लौटाना भूल जाते हैं, लेकिन टोरंटो की रिटायर लायब्रेरियन मैरी कोंडो ने एक किताब को लौटाने में 73 साल लगा दिए। 75 साल की मैरी के मुताबिक उनका बचपन अमेरिका के मैरीलैंड के मोंटगोमरी प्रांत में बीता।1945 में जब वह दो साल की थीं अपनी मां के साथ घर के करीब स्थित लायब्रेरी आईं थी और यहां उनके नाम पर द पोस्टमैन नामक किताब जारी की गई थी।
बाद में वह टोरंटो में बस गईं। हाल ही में अलमारी में सफाई के दौरान उन्हें वो किताब नजर आई। उन्होंने एक माफीनामा लिखा और उसी लायब्रेरी पहुंच गईं। मजे की बात तो ये रही कि कोई जुर्माना नहीं लगाया गया, क्योंकि मोंटगोमरी लायब्रेरी में बच्चों की किताबों पर जुर्माना नहीं लगता है।
कोंडो ने लायब्रेरी को पत्र लिखकर कहा कि जब वह दो या तीन साल की थी, तब उनकी मां ने उनके लिए किताब ली थीं। लायब्रेरियन के रूप में उनके अनुभव ने उन्हें पुस्तक वापस करने के लिए प्रेरित किया।
मोंटगोमरी काउंटी पब्लिक लायब्रेरी एडमिनिस्ट्रेशन की कार्यवाहक निदेशक अनीता वासलो ने कहा 'यह निश्चित रूप से हमारी सबसे पुरानी चीज है जो हमारे पास वापस आ गई है।' पुस्तकालय की एक नीति है कि बच्चों द्वारा देर से पुस्तक वापस करने पर भी उनपर जुर्माना नहीं लगाया जाता है। इसलिए मैरी जुर्माना देने से बच गईं।