ओमिक्रोन संक्रमण के कारण अमेरिका में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई, पिछले 24 घंटे में डेढ़ लाख से ज्यादा लोग हुए संक्रमित
अमेरिका में रिकार्ड स्तर पर कोरोना संक्रमण के मामले दर्ज किए जा रहे हैं। अस्पताल में भर्ती कोविड-19 संक्रमित मरीजों की संख्या रिकार्ड 151261 तक पहुंच गई। पूरे देश में कोरोना के ओमिक्रोन संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी के कारण स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं।
वाशिंगटन, एएनआई: अमेरिका में रिकार्ड स्तर पर कोरोना संक्रमण के मामले दर्ज किए जा रहे हैं। बुधवार को अस्पताल में भर्ती हुए कोविड-19 संक्रमित मरीजों की संख्या रिकार्ड 1,51,261 तक पहुंच गई। पूरे देश में कोरोना के ओमिक्रोन संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी के कारण स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। बड़ी तादाद में चिकित्साकर्मियों की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
लगातार घर रही आईसीयू क्षमता
अमेरिका में स्वास्थ्य प्रणालियों का आलम ये है कि, तकरीबन 19 राज्यों के पास आईसीयू क्षमता 15फीसदी से भी कम बची है। वहीं, केंटकी, अलबामा, इंडियाना और न्यू हैम्पशायर सरीखे राज्यों में आईसीयू क्षमता 10फीसदी से भी कम है। ये आंकड़े अमेरिकी स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग के तरफ से बुधवार को जारी किए गए थे। देश के अन्य राज्य एरिजोना, डेलावेयर, जॉर्जिया, मैसाचुसेट्स, मिसिसिपि, मिसौरी, नेवादा, न्यू मैक्सिको, उत्तरी कैरोलिना, ओहियो, ओक्लाहोमा, पेंसिल्वेनिया, रोड आइलैंड, टेक्सास और वरमोंट में भी संक्रमण के लेकर स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
देश में चिकित्साकर्मियों की भारी कमी
कोविड-19 का नया वैरिएंट ओमिक्रोन अमेरिका पर कहर बरपा रहा है। इस वैरिएंट के कारण संक्रमण बहुत तेजी के साथ फैल रहा है। जिससे स्वास्थ्य प्रणालियां चरमरा गई हैं और चिकित्साकर्मियों की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि संक्रमित मरीजों का इलाज करते हुए चिकित्साकर्मियों के संक्रमित होने की बहुत अधिक आशंका रहती है। ऐसे में यदी कोई भी चिकित्साकर्मी संक्रमित होता है, तो उसे आइसोलेशन के नियमों का पालन करना होता है। जिसके चलते देश में बड़ी तादाद में चिकित्साकर्मियों की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
गैर-जरूरी सेवाओं को रोकने की सिफारिश
टीवी न्यूज चैनल सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, वाशिंगटन के गवर्नर, जे इंसली ने गुरुवार को अपने एक बयान में कहा कि अस्पतालों को अस्थायी रूप से गैर-जरूरी प्रक्रियाओं को रोकने की जरूरत है। ताकि जरूरतमंद लोगों तक तुरंत मदद पहुंचाई जा सके और इससे चिकित्साकर्मियों की कमी को भी पूरा किया जा सकता है।