जॉर्ज फ्लॉयड के भाई ने संयुक्त राष्ट्र से अमेरिका में नस्ली भेदभाव की जांच करने का किया अनुरोध
फिलोनीस फ्लॉयड ने यूएनएचआरसी को भेजे वीडियो संदेश में जांच आयोग गठित करने के अफ्रीकी देशों की मांग का समर्थन किया है।
जेनेवा, एजेंसियां। अमेरिका में श्वेत पुलिस अधिकारी के हाथों मारे गए अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड के भाई ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) से नस्ली भेदभाव, पुलिस के हाथों अश्वेत लोगों की हत्या और शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ हिंसा की गहराई से जांच करने का अनुरोध किया है।
फिलोनीस फ्लॉयड ने यूएनएचआरसी को भेजे वीडियो संदेश में जांच आयोग गठित करने के अफ्रीकी देशों की मांग का समर्थन किया है। फिलोनीस ने संयुक्त राष्ट्र संस्था से कहा, 'आपने देखा किस बर्बर तरीके से मेरे भाई को मार दिया गया। अमेरिका में अश्वेत लोगों के साथ पुलिस द्वारा ऐसा ही बर्ताव किया जाता है।'
प्रदर्शनकारियों ने एक और प्रतिमा गिराई
वर्जीनिया प्रांत के रिचमंड में प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार रात एक और कंफडरेट की प्रतिमा को गिरा दिया। वर्जीनिया कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी के मोनरो पार्क कैंपस के पास स्थित होवित्जर स्मारक को गिराने के लिए प्रदर्शनकारियों ने रस्सी का इस्तेमाल किया। जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद शुरू हुए प्रदर्शनों के क्रम में वर्जीनिया में किसी कंफडरेट की प्रतिमा गिराने की यह तीसरी घटना है। उधर, पोर्टलैंड में मंगलवार को हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस बल द्वारा किए गए बल प्रयोग में दो स्थानीय पत्रकार घायल हो गए।
विरोध प्रदर्शन को लेकर अमेरिका में गरमाई राजनीति
वहीं, दूसरी ओर अमेरिका में पुलिस बर्बरता और नस्लीय भेदभाव को लेकर राष्ट्रीय राजनीति में तेजी से बदलाव हो रहे हैं। अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह ऐलान किया था कि वह जल्द ही पुलिस की बर्बरता को रोकने के लिए एक प्रस्ताव लाएंगे। खासकर पुलिस के चोकहोल्ड व्यवस्था में सुधार पर, लेकिन अब रिपब्लिकन पार्टी ने इस मामले में अपनी रणनीति में बदलाव किया है। पार्टी ने पुलिस कार्यप्रणाली खासकर चोकहोल्ड व्यवस्था पर सीनेट में एक राष्ट्रीय बहस की पेशकश की है। इस बीच व्हाइट हाउस ने कहा है कि मंगलवार को वह कानून प्रवर्तन प्रक्रियाओं पर अपने स्वयं के कार्यकारी कार्यों की घोषणा करेगा।