'पैनिकमैकेनिक' एप से दूर होगी कोरोना मरीजों की व्यग्रता, डॉक्टरों के लिए बेहद कारगर है यह उपकरण
इस एप के को-डेवलपर रयान मैकगिनिस ने कहा कि इस एप के जरिये निष्कर्षो को प्राप्त करने के लिए मरीज को अपने मोबाइल फोन के फ्लैश को एक अंगुली से ढकना होता है।
न्यूयॉर्क, आइएएनएस। कोरोना वायरस की बढ़ती महामारी के बीच ऑस्ट्रेलियाई शोधकर्ताओं ने पैनिकमैकेनिक नामक एक एप तैयार किया है, जो मरीजों की निगरानी कर उनकी व्यग्रता दूर करने में मदद करेगा। इस एप को मोबाइल फोन के जरिये आसानी से प्रयुक्त किया जा सकता है। शोधकर्ताओं कहा कहना है कि 'पैनिकमैकेनिक' का प्रयोग किसी भी समय कहीं भी हो सकता है। डॉक्टरों के लिए मरीज की हिस्ट्री जानने का यह सबसे अच्छा उपकरण साबित हो सकता है।
शोधकर्ताओं ने कहा कि 'पैनिकमैकेनिक' फोटोप्लेथसमोग्राफी की मदद से एक सेल फोन के कैमरे के जरिये शरीर के पैनिक रिस्पांस को मापता है।
वर्मोट यूनिवर्सिटी के एसिस्टेंट प्रोफेसर और इस एप के को-डेवलपर रयान मैकगिनिस ने कहा, 'इस एप के जरिये निष्कर्षो को प्राप्त करने के लिए मरीज को अपने मोबाइल फोन के फ्लैश को एक अंगुली से ढकना होता है। इसके बाद इस एप को ऑन कर गणना के लिए छोड़ दिया जाता है, कुछ ही सेकंड में यह एक पैनिक रिस्पांस को माप कर डाटा हमारे सामने रख देता है।
कोरोना से अमेरिका में नौ हजार से ज्यादा लोगों की मौत
बता दें कि इस समय पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है। कोरोनासे जूझ रहे अमेरिका में अब तक 16 लाख लोगों की जांच की गई है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को खुद यह जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने देशवासियों से घरों के अंदर ही रहने की अपील की है। देश में कोरोना वायरस अब तक 9,500 लोगों की जान ले चुकी है। जो अमेरिका में 9/11 आतंकी हमले में मारे गए लोगों की संख्या से तीन गुना ज्यादा है। देश में तीन लाख 30 हजार से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में हैं।
भारत में कोरोना के चार हजार से ज्यादा केस
कोरोना महामारी भारत के लिए भी एक बड़ी समस्या बन गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस से 693 नए मामले सामने आए हैं, जिसमें भारत में कोरोना वायरस पीड़ितों की कुल संख्या 4067 हो हो गई है। इनमें से 1445 मामले जब्लीगी जमात से जुड़े हुए हैं।