FBI ने Apple की सहायता के बिना आतंकी का i phone खंगाला, निर्माता कंपनी ने मदद से कर दिया था इन्कार
अमेरिका की जांच ब्यूरो एजेंसी (एफबीआइ) आतंकी से बरामद आईफोन की जांच करना चाहती थी। इसके लिए फोन निर्माता कंपनी एप्पल से उसने बार-बार सहायता मांगी लेकिन उसने इन्कार कर दिया।
वाशिंगटन, आइएएनएस। अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआइ ने फ्लोरिडा स्थित अमेरिकी नौसेना के अड्डे पेंसाकोला में दिसंबर में गोलीबारी करने वाले एक आतंकी का आइफोन एप्पल की सहायता के बिना खंगालने में कामयाबी हासिल की है।
एक मीडिया ब्रीफिंग में अमेरिकी अटॉर्नी जनरल विलियम बार ने कहा कि सऊदी वायु सेना के अधिकारी मोहम्मद अलशरामनी ने 6 दिसंबर को फ्लोरिडा में नौसेना के एयर बेस पर अंधाधुंध फायरिंग कर तीन सहपाठियों की जान ले थी और आठ अन्य को घायल कर दिया था। अलशरामी के अल कायदा से संबंध होने के पक्के सुबूत हाथ लगे हैं।
एनबीसीएन न्यूज चैनल के अनुसार अलशरामी ने अपने दो आइफोन में से एक को गोली मारकर नष्ट करने का प्रयास भी किया। अमेरिका की संघीय जांच ब्यूरो एजेंसी (एफबीआइ) इसकी जांच करना चाहती थी। इसके लिए फोन निर्माता कंपनी एप्पल से उसने बार-बार सहायता मांगी लेकिन उसने इन्कार कर दिया। विलियम बार ने एप्पल के रवैये को लोगों और राष्ट्र की सुरक्षा के लिए खतरनाक परिणामों वाला बताने के साथ अस्वीकार्य बतया है।
एफबीआइ निदेशक के निदेशक क्रिस रेले ने आइफोन खंगालने (एक्सेस) करने के लिए एजेंसी के तकनीकी कौशल को श्रेय दिया है। रे ने कहा कि हमें इस काम में एप्पल की कोई मदद नहीं मिल। फोर्ब्स के अनुसार एफबीआइ ने अप्रैल में ग्रे की तकनीक पर तकनीक पर 72,150 डालर खर्च किए हैं। इस तकनीक से किसी आइफोन को एक्सेस कर उससे डाटा हासिल किया जा सकता है। एजेंसी ने तकनीक पर 10 लाख डालर का खर्च किया है, जिसके लाइसेंस के लिए ही 15,000 से 30,000 का खर्च आता है।
उधर एप्पल ने इस मामले पर अपने रवैये का बचाव करते हुए कहा कि डाटा हासिल करने के लिए कोई गलत तरीका अपनाना घर के पिछवाड़े दरवाजे बनाना जैसा है। इस तरह के मामले हल करने के लिए यह सही तरीका नहीं है। क्यूपर्टिनो शहर की यह कंपनी फ्लोरिडा में 2016 में गोलीबारी करने वाले शूटर के आईफोन को अनलॉक करने का एफबीआइ का आग्रह ठुकरा चुकी है। तब एफबीआई को वह फोन अनलॉक कराने के लिए पेशेवर हैकर्स की मदद लेनी पड़ी थी।