फेसबुक ने अमेरिकी राजनीति पर असर डालने वाले फेक अकाउंट हटाए, निशाने पर थे दक्षिण-पूर्व एशियाई देश
अमेरिका सहित कई देशों में राजनीतिक गतिविधियों को प्रभावित करने वाले चीन से जुड़े फेक अकाउंट और पेज को फेसबुक ने अपने नेटवर्क से हटा दिया है। कंपनी ने कहा कि अकाउंट चलाने वाले लोग वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क और अन्य तरीकों से पहचान छिपाने में सफल रहे।
वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिका सहित कई अन्य देशों में राजनीतिक गतिविधियों को प्रभावित करने वाले चीन से जुड़े फेक अकाउंट और पेज को फेसबुक ने अपने नेटवर्क से हटा दिया है। सोशल मीडिया कंपनी ने कहा कि जिन अकाउंट और पेज को हटाया गया है, उन्हें देखने से ऐसा लगता है कि उनका मुख्य उद्देश्य फिलीपींस सहित दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों को प्रभावित करना था।
जिन अकाउंट को हटाया गया है, उनसे ट्रंप और बिडेन के समर्थन और विरोध में पोस्ट डाली गई थी
अमेरिका के संदर्भ में जिन अकाउंट को हटाया गया है, उनसे ट्रंप और बिडेन के समर्थन और विरोध दोनों में पोस्ट डाली गई थी। फेसबुक ने इन अकाउंट को सीधे चीन की सरकार से नहीं जोड़ा है। कंपनी ने कहा कि अकाउंट चलाने वाले लोग वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क और अन्य तरीकों के जरिये पहचान छिपाने में सफल रहे।
भले ही वेबसाइट के साथ छेड़छाड़ की हो, लेकिन डाटा अपरिवर्तित रहेगा
बता दें कि एफबीआइ और होमलैंड सिक्योरिटी की साइबर सिक्योरिटी एजेंसी ने मंगलवार को विदेशी एजेंसियों द्वारा चुनाव में हस्तक्षेप की कोशिशों पर चिंता व्यक्त की थी। दोनों ही एजेंसियों का मानना है कि भले ही कोई दूसरा देश चुनाव संबंधी वेबसाइट के साथ छेड़छाड़ करने में कामयाब रहे, लेकिन डाटा अपरिवर्तित रहेगा।
चीन, रूस और ईरान द्वारा राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप को लेकर अमेरिकी खुफिया ने दी थी चेतावनी
अमेरिकी खुफिया अधिकारियों ने चीन, रूस और ईरान द्वारा तीन नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप के संभावित प्रयासों के बारे में पिछले महीने चेतावनी दी थी।
ट्रंप को बिडेन के हाथों हारते हुए देखना चाहता है चीन
अगस्त में किए गए आकलन के तहत देश के चीफ काउंटर इंटेलिजेंस अधिकारी विलियम इवानिना ने कहा कि बीजिंग राष्ट्रपति ट्रंप को डेमोक्रेटिक प्रत्याशी जो बिडेन के हाथों हारते हुए देखना चाहता है।
सोशल मीडिया प्लेटफार्म से ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए ट्विटर ने की नए उपायों की घोषणा
उधर, ट्विटर ने अपने प्लेटफार्म से ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए कुछ नए उपायों की घोषणा की है। राष्ट्रपति चुनाव से पहले किए गए इन उपायों से ज्यादा से ज्यादा लोग सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिये अपनी बात रख सकेंगे।