विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जालमे खलीलजाद से मिले, अफगान शांति प्रक्रिया पर हुई बातचीत
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने न्यूयॉर्क में अफगानिस्तान में अमेरिका के विशेष दूत जालमे खलीलजाद से भी मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच अफगान शांति प्रक्रिया पर चर्चा हुई।
न्यूयॉर्क, एएनआइ। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपने विदेशी समकक्षों के साथ 11 द्विपक्षीय बैठकें की। इनमें ईरान, बुल्गारिया, तुर्की, नीदरलैंड, उज्बेकिस्तान, तजाकिस्तान, यूएई समेत अन्य देशों के विदेश मंत्री शामिल हैं। विदेश मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने इस दौरान अफगानिस्तान में अमेरिका के विशेष दूत जालमे खलीलजाद से भी मुलाकात की। इस दौरान जयशंकर और खलीलजाद दोनों ने अफगान शांति प्रक्रिया पर चर्चा की। गौरतलब है कि संयुक्त राज्य अमेरिका और तालिबान के बीच इस महीने की शुरुआत में शांति वार्ता टूट गई थी। इसके बाद खलीलजाद से उनकी यह पहली मुलाकात है।
भारत में चल रहे बदलाव और सहयोग के नए अवसरों पर चर्चा
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने न्यूयॉर्क में एक प्रेस वार्ता में कहा कि जयशंकर की पहले नीदरलैंड और संयुक्त अरब अमीरात के अपने समकक्षों के साथ बैठक हुई। इसके बाद नीदरलैंड के विदेश मंत्री के साथ एक दोस्ताना बैठक हुई। इस दौरान इनके बीच भारत में चल रहे बदलाव और सहयोग के नए अवसरों पर चर्चा हुई।
तजाकिस्तान के विदेशमंत्री सिरोजिद्दीन मुहरिदीन से मुलाकात
उन्होंने कहा, ' जयशंकर ने तजाकिस्तान के विदेशमंत्री सिरोजिद्दीन मुहरिदीन के साथ एक छोटी बैठक की। इस दौरान उनके साथ भारत के रणनीतिक संबंधों को बढ़ावा देने को लेकर चर्चा हुई।' उन्होंने कहा, 'ताजिकिस्तान के विदेश मंत्री सिरोजिडिन मुहरिद्दीन से दोबारा मिलने पर प्रसन्नता हुई। इस दौरान दोनों देशों के रणनीतिक संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा की गई। यह काफी सार्थक बातचीत रही।
उज्बेकिस्तान के विदेशमंत्री से मुलाकात
जयशंकर ने ट्वीट कर कहा, ' उन्होंने गिनी के विदेश मंत्री से मुलाकात की। इस दौरान ऊर्जा सुरक्षा पर सहयोग बढ़ाने को लेकर बातचीत हुई। विदेश मंत्री ने यहां यूएनजीए बैठक के इतर उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्री अब्दुलअजीज कामिलोव के साथ कट्टरवाद और आतंकवाद पर लंबी चर्चा की। विदेश मंत्री ने उनकी बैठक के तुरंत बाद ट्वीट कर कहा, 'उज्बेकिस्तान के विदेशमंत्री से मिलकर काफी अच्छा लगा। इस दौरान द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई। साथ ही कट्टरवाद और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हमारी साझा प्रतिबद्धता को लेकर भी बातचीत हुई।'