सर्वे में पिछड़ रहे ट्रंप को अब भगवान का सहारा, धर्म के हथियार से बिडेन पर किया निजी हमला
बिडेन ने ट्रंप के टिप्पणी की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि यह व्यक्ति राजनीतिक लाभ के लिए कितना भी नीचे गिर सकता है।
वाशिंगटन, एजेंसियां। सर्वे में पिछड़ने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने धर्म का हथियार चला है। उन्होंने ओहियो में चुनाव प्रचार अभियान के दौरान अपने प्रतिद्वंद्वी और डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति के उम्मीदवार जो बिडेन पर निजी हमला किया। उन्होंने ईश्वर पर बिडेन की आस्था को लेकर सवाल उठाए।
ट्रंप ने कहा- सर्वशक्तिमान 'ईश्वर' के खिलाफ हैं डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन
ट्रंप ने बिडेन के बारे में कहा, 'वह कट्टरपंथी वाम एजेंडे का पालन कर रहे हैं, अपनी बंदूकों को फेंक दीजिए, अपने दूसरे संशोधन को नष्ट कर दीजिए, कोई धर्म नहीं, बाइबल को नुकसान पहुंचाओ, ईश्वर को नुकसान पहुंचाओ।' राष्ट्रपति ने कहा कि वह ईश्वर के खिलाफ हैं। वह बंदूकों के खिलाफ हैं। वह हमारी ऊर्जा के खिलाफ हैं। मुझे नहीं लगता कि वह ओहियो में अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे।
ट्रंप के आरोप से ओहियो में बिडेन के मतदाता प्रभावित हो सकते हैं
ट्रंप ने यह तो नहीं बताया कि उनका मतलब क्या है, लेकिन उनके आरोप रूढ़िवादी ईसाई मतदाताओं को रिपब्लिकन पार्टी की तरफ मोड़ने का काम कर सकता है। इतना ही नहीं ट्रंप के इस आरोप से बिडेन के मतदाता भी प्रभावित हो सकते है। बता दें कि अमेरिकी इतिहास में जो बिडेन पहले कैथोलिक उपराष्ट्रपति थे। वर्ष 1960 में जीतने वाले जॉन एफ कैनेडी पहले और अकेले कैथोलिक राष्ट्रपति थे।
बिडेन ने कहा- मेरी आस्था पर हमला करना राष्ट्रपति ट्रंप के लिए शर्म की बात है
उधर, बिडेन ने ट्रंप की टिप्पणी की कड़ी निंदा करते हुए कहा, 'मेरी आस्था पर हमला करना राष्ट्रपति ट्रंप के लिए शर्म की बात है। पूर्व उपराष्ट्रपति बिडेन ने कहा कि उनकी आस्था उनके जीवन का आधार रही है और उसने दुख के समय में उन्हें सुकून दिया है। बिडेन ने कहा, 'दूसरों को परेशान करने वाले अन्य असुरक्षित लोगों की तरह राष्ट्रपति ट्रंप का यह बयान किसी और के बारे में बताने के बजाये यह दर्शाता है कि वह स्वयं कैसे व्यक्ति हैं। ये शब्द दर्शाते हैं कि यह व्यक्ति राजनीतिक लाभ के लिए कितना भी नीचे गिर सकता है।
बिडेन ने ओक क्रीक गुरुद्वारा गोलीकांड को याद किया
राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बिडेन और कई अमेरिकी सांसदों ने सिख समुदाय के साथ मिलकर 2012 में हुए ओक क्रीक गुरुद्वारा गोलीकांड को याद किया और लोगों से हिंसा त्यागने का आग्रह किया। पांच अगस्त 2012 को एक श्वेत व्यक्ति ने विसकोंसिन स्थित ओक क्रीक गुरुद्वारे में घुसकर गोलीबारी की थी, जिसमें कई लोग मारे गए थे। बिडेन ने एक बयान में कहा, 'आठ साल पहले सुप्रीमेसी के शिकार एक श्वेत व्यक्ति ने ओक क्रीक स्थित सिख पूजा स्थल को निशाना बनाया था। इस आतंकी कृत्य में सात लोग मारे गए थे। गोलीबारी में एक ग्रंथी घायल होकर लकवाग्रस्त हो गया था जिसकी इस साल मार्च में मौत हो गई। कई अमेरिकी सांसदों ने भी इस घटना को याद करते हुए दुख व्यक्त किया और लोगों से हिंसा त्यागने का आग्रह किया।
बलात्कार का आरोप लगाने वाली महिला के मुकदमे से बच नहीं सकेंगे ट्रंप
न्यूयॉर्क के एक जज ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली एक महिला के मुकदमे में देरी कराने की ट्रंप की कोशिश को नाकाम कर दिया है। जज ने अपने फैसले में कहा कि राष्ट्रपति पद पर होना उन्हें इस मामले से बचा नहीं सकता है। मैनहट्टन की जज वर्ना सांडर्स ने कहा कि कुछ दिनों पहले अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक फैसले में कहा था कि राष्ट्रपति आपराधिक जांच से बच नहीं सकते हैं। यही नियम ई जीन ई जीन कैरोल के मानहानि संबंधी मामले पर भी लागू होता है। बता दें कि ट्रंप के वकील ने तर्क दिया था कि संविधान राष्ट्रपति को राज्य की अदालतों में दायर वाद में खींचे जाने से प्रतिबंधित करता है।
एक और डिबेट कराने का अनुरोध खारिज
राष्ट्रपति चुनाव से पहले ट्रंप और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन के बीच तीन बहस होनी है। कुछ दिनों पहले ट्रंप के चुनाव अभियान टीम ने डिबेट कार्यक्रम में एक और डिबेट जोड़ने का अनुरोध किया था, लेकिन आयोग ने उसके इस अनुरोध को खारिज कर दिया। ट्रंप के निजी वकील रूड गुलियानी को लिखे एक पत्र में आयोग ने कहा, 'हम ट्रंप और बिडेन के बीच तीन बहस के अपने कार्यक्रम के लिए प्रतिबद्ध हैं। चौथी डिबेट जोड़ने पर तभी विचार किया जा सकेगा जब दोनों उम्मीदवार इस इससे सहमत हों।'