डोनाल्ड ट्रंप अर्जेंटीना में करेंगे नरेंद्र मोदी और शिंजो आबे के साथ त्रिपक्षीय बैठक
व्हाइट हाउस ने कहा कि अर्जेंटीना में इस सप्ताह होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर करीब आधा दर्जन द्विपक्षीय बैठकों का आयोजन करेंगे।
वॉशिंगटन, पीटीआइ। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे एक साथ नजर आएंगे। ब्यूनस आयर्स में 30 नवंबर और एक दिसंबर को 13वां जी-20 शिखर सम्मेलन होने जा रहा है। इस सम्मेलन से इतर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के पीएम शिंजो आबे के साथ बैठक करेंग। यह जानकारी व्हाइट हाउस की तरफ से दी गई है।
संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ब्यूनस आयर्स में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान जापानी प्रधानमंत्री शिन्जो आबे से मिलेंगे। वे भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक त्रिपक्षीय बैठक करेंगे। इसके अलावा वह अर्जेंटीना के राष्ट्रपति मॉरीसिओ मैक्री, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेए-इन, और तुर्की के राष्ट्रपति रसेप तय्यिप एर्दोगन से भी मुलाकात करेंगे।
बोल्टन ने कहा कि ट्रंप-आबे द्विपक्षीय बैठक को प्रधानमंत्री मोदी के साथ बढ़ाकर इसे त्रिपक्षीय बैठक का विस्तार देंगे। हालांकि, उन्होंने इसके बारे में कोई अन्य जानकारी साझा नहीं की है। बहरहाल, सभी की नजरें ट्रंप की चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन के साथ होने वाली बैठक पर होगी।
व्हाइट हाउस ने कहा कि अर्जेंटीना में इस सप्ताह होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर करीब आधा दर्जन द्विपक्षीय बैठकों का आयोजन करेंगे। प्रेस सचिव सारा सैंडर्स से यह पूछे जाने पर कि क्या वह सऊदी के प्रिंस सलमान से भी मुलाकात करेंगे, जिन्हें सीआईए कथिततौर पर पत्रकार जमाल खाशोगी की हत्या का जिम्मेदार मानती है? इस पर सारा ने कहा कि दोनों के बीच एक अनौपचारिक बातचीत हो सकती है। सारा ने कहा कि मैं किसी भी संभावना से इंकार नहीं कर रही हूं। मगर, राष्ट्रपति ट्रंप का शेड्यूल काफी टाइट है और किसी भी औपचारिक द्विपक्षीय बैठक के लिए समय नहीं है।
इससे पहले पीएम मोदी ने मंगलवार को कहा कि वह वहां दुनिया के नेताओं से आने वाले दशक की नई एवं आगामी चुनौतियों से निपटने के तरीकों पर चर्चा करेंगे। रवाना होने से पहले जारी किए गए एक बयान में मोदी ने कहा कि 10 साल के अपने अस्तित्व में जी-20 स्थिर एवं सतत वैश्विक वृद्धि को प्रोत्साहित करने के लिए प्रयासरत रहा है। उन्होंने कहा कि यह लक्ष्य विकासशील देशों और भारत जैसी उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए खास तरह का महत्त्व रखता है, जो आज विश्व में सबसे तेजी से बढ़ रही विशाल अर्थव्यवस्था है।