ट्रंप बोले, पेंसिलवेनिया मामले में आरोपों को लेकर हमारे पास पुख्ता सुबूत, धोखाधड़ी मामले में अपील करेगी उनकी टीम
ट्रंप ने कहा है कि उनके कैंपेन द्वारा चुनौती दी जा रही मतपत्रों की संख्या जीत के अंतर की तुलना से कहीं अधिक ज्यादा है। यही वजह है कि प्रचार अभियान टीम फिर से अपील करेगी। ट्रंप ने शनिवार को कहा कि पेंसिलवेनिया में मतपत्रों की धोखाधड़ी बहुत बड़ी है।
वाशिंगटन, एजेंसियां। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उनकी टीम पेंसिलवेनिया में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान हुई धोखाधड़ी मामले में अदालत के हाल के फैसले के खिलाफ अपील करेगी। बता दें कि शुक्रवार को यूएस कोर्ट ऑफ अपील्स फॉर द थर्ड सर्किट ने पेंसिलवेनिया में तीन नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव के दौरान हुई कथित धोखाधड़ी मामले में ट्रंप की टीम की कानूनी चुनौती को खारिज कर दिया था।
ट्रंप ने कहा है कि उनके कैंपेन द्वारा चुनौती दी जा रही मतपत्रों की संख्या जीत के अंतर (81 हजार) की तुलना से कहीं अधिक ज्यादा है। यही वजह है कि प्रचार अभियान टीम फिर से अपील करेगी। ट्रंप ने शनिवार को ट्विटर पर कहा, 'पेंसिलवेनिया में मतपत्रों की धोखाधड़ी बहुत बड़ी है। धोखाधड़ी इस मामले का एक बड़ा हिस्सा है। दस्तावेज तैयार किए जा रहे हैं। हम अपील करेंगे।' ट्रंप ने ट्विटर पर आगे लिखा, 'पेंसिलवेनिया मामले में आरोपों को लेकर हमारे पास पुख्ता सुबूत हैं। कुछ लोग इसे देखना नहीं चाहते हैं। वे हमारे देश को बचाने के लिए कुछ नहीं करना चाहते हैं। यह दुखद है।' इस बीच ट्रंप की वरिष्ठ कानूनी सलाहकार जेना एलिस ने कहा कि राष्ट्रपति की टीम पेंसिलवेनिया मामले को सुप्रीम कोर्ट में लेकर जाएगी। पेंसिलवेनिया के अधिकारियों ने इस सप्ताह की शुरुआत में चुनाव परिणाम प्रमाणित किए हैं, जिसमें जो बाइडन 80,000 से अधिक वोटों से जीत गए हैं।
कोरोना टास्क फोर्स में शामिल किए गए तीन और सदस्य
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने कोरोना टास्क फोर्स में तीन और सदस्यों को शामिल किए जाने की घोषणा की है। सत्ता हस्तांतरण टीम ने एक बयान में कहा कि जेन हॉपकिंस, जिल जिम और डेविड माइकल को टास्क फोर्स में शामिल किया गया है। इस टास्क फोर्स के को-चेयरमैन अमेरिका के पूर्व सर्जन जनरल विवेक मूर्ति हैं। डेविड केसलर और मर्सेला न्यूनेज स्मिथ भी टास्क फोर्स की को-चेयरमैन है।
चीन की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने वाले प्रतिबंध लगा सकते हैं बाइडन
चीन के एक प्रमुख अर्थशास्त्री का कहना है कि आने वाला बाइडन प्रशासन चीन पर कुछ ऐसे प्रतिबंध लगा सकता है, जिससे अगले वर्ष उसकी अर्थव्यवस्था प्रभावित हो सकती है। चीन के सेंट्रल बैंक के पूर्व आर्थिक सलाहकार और टीसिंघुआ यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डेविड ली डकोई ने चेतावनी दी है कि देश की आर्थिक नीतियां बनाने वालों को 2024 में ट्रंप की वापसी की संभावना से इन्कार नहीं करना चाहिए। अर्थशास्त्री ने कहा, 'अगर आप मुझसे पूछते हैं कि चीन की अर्थव्यवस्था के सामने क्या जोखिम हैं तो मेरा मानना है कि बाइडन प्रशासन चीन के उद्योगों को प्रभावित करने वाले प्रतिबंध लगा सकता है। अर्थशास्त्री का मानना है कि ट्रंप प्रशासन की तुलना में बाइडन की टीम के साथ संवाद करना बहुत आसान होगा।
सत्ता हस्तांतरण का वादा निभाएंगे: पोंपियो
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने कहा है कि राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा किए गए सत्ता परिवर्तन के वादे का विदेश मंत्रालय हर हालत में सम्मान करेगा। गुरुवार को फॉक्स न्यूज को दिए साक्षात्कार में पोंपियो ने कहा, 'सत्ता हस्तांतरण के लिए जिन चीजों को करने का निर्देश दिया गया है हम उन सभी चीजों का करेंगे। यह कानूनी तौर पर जरूरी भी है और हम किए गए वादे का हर हालत में सम्मान करेंगे।' उधर, सीएनएन के अनुसार शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने आतंकवादियों से निपटने में ट्रंप प्रशासन की इच्छा की सराहना की।