मरीजों को हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन दे सकते हैं डॉक्टर : यूएस स्वास्थ्य सचिव
कुछ घंटों पहले ही फूड एंड ड्रग रेग्यूलेटरी ने कोविड-19 महामारी के इलाज में क्लोरोक्वीन और हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन के इस्तेमाल पर रोक लगाई है।
वॉशिंगटन, पीटीआई। अमेरिका के स्वास्थ्य मंत्री एलेक्स अजार ने कहा है कि डॉक्टर मरीजों को मलेरियारोधी दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन (एचसीक्यू) लिख सकते हैं। खास बात यह है कि इस एलान के कुछ ही घंटों पहले द यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने कोरोनावायरस में इस्तेमाल की जाने वाली दो मलेरियारोधी दवा क्लोरोक्विन और हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन के आपातकालीन प्रयोग को वापस ले लिया था। एफडीए ने सोमवार को यह निर्णय तब लिया था जब इस बात का पता चला कि मलेरियारोधी दवाएं संक्रमित मरीजों के इलाज में बहुत उपयोगी नहीं हैं और इनसे नुकसान होने का खतरा ज्यादा है।
FDA ने कहा था कि उसका फैसला नई सूचनाओं और क्लीनिकल ट्रायल के परिणामों पर आधारित है। वह इस नतीजे पर पहुंचा है कि ये दवा कोरोना के के इलाज में प्रभावी नहीं हैं। यह महामारी के खतरे को भी कम करने में सहायक नहीं है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मौजूदगी में व्हाइट हाउस की नियमित ब्रीफिंग के दौरान अजार ने कहा, 'हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन अन्य अनुमोदित दवा की तरह हैं। अगर डॉक्टर इस दवा को मरीज को लिखना चाहते हैं तो वह ऐसा कर सकते हैं। इस दवा का उपयोग अस्पताल या घर पर किया जा सकता है।' उधर, एफडीए ने कहा है कि सोमवार को उसके द्वारा लिया गया फैसला क्लीनिकल ट्रायल डाटा सहित नई सूचनाओं पर आधारित था। जिससे यह पता चलता है कि यह दवा कोरोना मरीजों के इलाज में बहुत प्रभावी नहीं है।
बता दें कि इससे पहले 28 मार्च को FDA ने क्लोरोक्विन और हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन दवाओं के आपात इस्तेमाल की इजाजत दी थी। इस अनुमति के चलते कोरोना संक्रमितों को क्लोरोक्वीन फॉस्फेट और हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन सल्फेट दी जाने लगी थी। हालांकि पिछले दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि यह दवा गेमचेंजर साबित हो सकती है क्योंकि कोरोना मरीजों पर यह दवा असरदार है। वहीं इससे पहले ब्रिटेन की तरफ से कोरोना संक्रमण के मरीजों पर हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन (एचसीक्यू) के प्रभाव को लेकर जारी परीक्षण को रोक दिया गया था।