ट्रंप पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों की उठी जांच की मांग
'मी टू' अभियान के दौरान देशभर की महिलाएं अपने यौन उत्पीड़न और हमलों की खौफनाक कहानियों के साथ सामने आई हैं।
वाशिंगटन, एएफपी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर लगे यौन दुर्व्यवहार के आरोपों की जांच कराने की मांग उठी है। विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी की 50 से ज्यादा महिला सांसदों ने पत्र लिखकर मामले को संसदीय समिति से सौंपने का आग्रह किया है।
सदन की निगरानी और सुधार मामलों की समिति के अध्यक्ष को भेजे गए पत्र पर 54 महिला सांसदों ने हस्ताक्षर किए हैं। सांसदों के अनुसार 'मी टू' अभियान के दौरान देशभर की महिलाएं अपने यौन उत्पीड़न और हमलों की खौफनाक कहानियों के साथ सामने आई हैं। पत्र में कहा गया है, 'संसद के कुछ सदस्य भी जांच के दायरे में आए हैं। कुछ यौन दुर्व्यवहार को लेकर इस्तीफा भी दे रहे हैं।
हम उन महिलाओं के आरोपों को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं, जिन्होंने ट्रंप के खिलाफ आरोप लगाए हैं।' ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से दो साल पहले 16 महिलाओं ने ट्रंप पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। यह मामला सोमवार को उस समय फिर ताजा हो गया था जब आरोप लगाने वाली तीन महिलाओं ने प्रेस कांफ्रेंस कर अमेरिकी संसद से ट्रंप के खिलाफ आरोपों की जांच कराने की मांग की।
अमेरिका के लोग दे चुके हैं जवाब
ह्वाइट हाउस ने राष्ट्रपति ट्रंप पर लगे आरोपों की जांच कराने की मांग को खारिज कर दिया है। ह्वाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा कि राष्ट्रपति ने इन आरोपों को सीधे तौर पर खारिज किया है। ये आरोप ट्रंप के राष्ट्रपति चुने जाने से पहले के हैं। अमेरिका के लोग उन्हें राष्ट्रपति चुनकर इस मसले पर जवाब दे चुके हैं।
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