सीधे तौर पर स्वाद की क्षमता को प्रभावित नहीं करता कोरोना, पढ़ें शोध में सामने आई बातें
यह अपने तरीके का पहला अध्ययन है जिसमें कोरोना वायरस और स्वाद कोशिकाओं के संबंधों को बताया गया है।
वॉशिंगटन, प्रेट्र। एक अध्ययन के मुताबिक कोरोना सीधे तौर पर स्वाद कोशिकाओं को नुकसान नहीं पहुंचाता है बल्कि बीमारी के चलते इंफ्लेमेशन के दौरान मरीज को किसी भी चीज का स्वाद आना बंद हो जाता है। एसीएस फार्माकोलॉजी एंड ट्रांसलेशनल साइंस पत्रिका में प्रकाशित निष्कर्ष पिछले अध्ययनों के विपरीत है, जिसमें बताया गया था कि कोरोना वायरस स्वाद की क्षमता पर सीधे असर डालता है। दरअसल, बड़ी संख्या में कोरोना रोगियों ने गंध या स्वाद नहीं आने की शिकायत की थी, जिसके बाद शोधकर्ताओं ने इसे कोरोना के लक्षणों की सूची में जोड़ दिया। हालांकि हालिया शोध से पता चलता है कि 20-25 फीसद मरीज स्वाद नहीं आने की शिकायत करते हैं।
अमेरिका के जॉर्जिया विश्वविद्यालय की एसोसिएट प्रोफेसर होंगझियांग लियू ने कहा कि अधिक चिंताजनक बात यह है कि मरीजों को वायरस के संपर्क में आने के कुछ समय बाद स्वाद नहीं आने का पता चलता है। यह एक ऐसी स्थिति है, जिस पर हमें सावधानीपूर्वक नजर रखने की जरूरत है। चूहों पर किया गया अध्ययन यह भी बताता है कि स्वाद कोशिकाएं कोरोना संक्रमण की चपेट में नहीं आती हैं, क्योंकि उनमें से अधिकांश में एसीई2 नहीं होता है। एसीई2 एक तरह का रिसेप्टर है, जो कोरोना वायरस को शरीर के अंदर घुसने में मदद प्रदान करता है।
यह अपने तरीके का पहला अध्ययन है, जिसमें कोरोना वायरस और स्वाद कोशिकाओं के संबंधों को बताया गया है। अध्ययन के दौरान शोधकर्ताओं ने चूहों की ओरल कोशिकाओं के आंकड़ों का विश्लेषण किया और पाया कि कोशिकाओं में तो एसीई2 था, लेकिन स्वाद कोशिकाओं में इसकी मौजूदगी बिल्कुल नहीं थी। इसका मतलब है कि वायरस प्रत्यक्ष तौर पर स्वाद कोशिकाओं को प्रभावित नहीं करता है।
विश्व में कोरोना वायरस से संक्रमितों की कुल संख्या सोमवार को 2 करोड़ के पार पहुंच गई। दुनियाभर के कोविड मीटर की बात करें तो विश्व में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा बढ़कर 2,00,23,016 पहुंच गई है। अब तक कुल मौतें 733,973 हो चुकी हैं। वैश्विक स्तर पर पिछले 24 घंटे में करीब तीन लाख नए मामले सामने आए हैं। भारत में पिछले कुछ दिनों में दुनिया के किसी भी अन्य देश की तुलना में सबसे अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं। हालांकि यहां कोविड19 से ठीक होने वालों की भी संख्या तेजी से बढ़ रही है।