अमेरिका का दावा, महामारी में जमाखोरी कर रहा चीन; उठाना चाहता है व्यावसायिक फायदा
डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार पीटर नावेरो ने आरोप लगाया है कि चीन की इस जमाखोरी के चलते ही यूरोप भारत ब्राजील और अन्य देशों के पास निजी सुरक्षात्मक उपकरणों का पर्याप्त भंडार नहीं है।
वाशिंगटन, एजेंसियां। दुनिया में कोरोना वायरस फैलाने के आरोपों में घिर रहे चीन पर अब इस महामारी से व्यावसायिक फायदा उठाने का संदेह भी किया जा रहा है। कारोबार मामले पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार पीटर नावेरो ने आरोप लगाया है कि चीन संक्रमण के प्रारंभिक दौर का डाटा जारी नहीं कर रहा, क्योंकि वह एक वैक्सीन बनाकर कारोबारी दौड़ में आगे निकलना चाहता है।
उन्होंने यह दावा भी किया कि चीन ने इस संकट का फायदा उठाने के लिए जनवरी और फरवरी में ही मास्क और निजी सुरक्षात्मक उपकरणों (पीपीई) का 18 गुना ज्यादा भंडार कर लिया था। अब वह इन चिकित्सा सामान को ऊंचे दामों पर बेच रहा है। चीन की इस जमाखोरी के चलते ही यूरोप, भारत, ब्राजील और अन्य देशों के पास निजी सुरक्षात्मक उपकरणों का पर्याप्त भंडार नहीं है।
ट्रंप भी चीन पर आरोप लगा चुके हैं कि उसने प्रारंभिक दौर में वायरस से निपटने में ना तो कोई पारदर्शिता दिखाई और ना ही कोई सहयोग किया। उन्होंने यह चेतावनी भी दी थी कि अगर चीन जानबूझकर कोरोना फैलाने का जिम्मेदार पाया गया तो उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, कोरोना महामारी से दुनिया में सबसे ज्यादा जूझ रहा अमेरिका कई बार चीन से प्रारंभिक दौर का डाटा साझा करने की मांग कर चुका है। यह खतरनाक वायरस चीन के वुहान शहर से पूरी दुनिया में फैला है।
नावेरो ने सोमवार को फॉक्स बिजनेस को दिए एक इंटरव्यू में कहा, 'कई कारणों में से एक यह हो सकता है कि वे वैक्सीन बनाने के लिए होड़ कर रहे हैं और वे इसे सिर्फ प्रतिस्पर्धी कारोबारी दौड़ के तौर पर देख रहे हैं ताकि पूरी दुनिया को वैक्सीन बेच सकें। यह हो सकता है कि इसी कारण वे हमें इस वायरस के बारे में प्रारंभिक डाटा नहीं दे रहे। लेकिन इस दौड़ में हम राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व में उन्हें पछाड़ने जा रहे हैं।' चीन के मुखर आलोचक माने जाने वाले नावेरो को ट्रंप ने कोरोना महामारी संबंधी आपूर्ति कामकाज का जिम्मा सौंप रखा है।
दुनिया में निजी सुरक्षात्मक उपकरणों का पैदा किया टोटा
ट्रंप के सलाहकार नावेरो ने यह दावा भी किया, 'चीन ने वायरस को छुपाने के साथ ही पूरी दुनिया में निजी सुरक्षात्मक उपकरणों का टोटा पैदा कर दिया था। मेरे पास चीन सरकार की कस्टम ड्यूटी यूनियन से मिले साक्ष्य हैं। इससे जाहिर होता है कि जनवरी और फरवरी में उन्होंने 18 गुना ज्यादा सुरक्षात्मक उपकरण खरीदे थे। इनमें अकेले दो अरब से ज्यादा मास्क थे।'
चीन ने दी तीन प्रायोगिक वैक्सीन को मंजूरी
कोरोना महामारी की शुरुआत से चीन अब तक तीन प्रायोगिक वैक्सीन के इंसानों पर क्लीनिकल ट्रायल की मंजूरी दे चुका है। अमेरिकी स्वास्थ्य विभाग के बायोमेडिकल एडवांस रिसर्च ने पिछले माह बताया था कि संभावित पांच या छह प्रायोगिक वैक्सीन का समर्थन करने की योजना है।