Chandrayaan-2: NASA का ऑर्बिटर नहीं ले पाया लैंडर विक्रम की तस्वीरें, मिलने की आस हो रही कम
NASA लैंडर विक्रम की ऑर्बिटर द्वारा क्लिक की गई तस्वीरों का विश्लेषण और समीक्षा कर रहा है। लेकिन NASA का ऑर्बिटर भी लैडर विक्रम की सही तस्वीरें लेने में विफल रहा।
ह्यूस्टन,पीटीआइ। चंद्रयान 2 का लैंडर विक्रम चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने में कामयाब ना रहा हो लेकिन, ISRO अभी भी विक्रम से संपर्क साधने की पूरी कोशिश कर रहा है। फिलहाल, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA ऑर्बिटर द्वारा क्लिक की गई तस्वीरों का विश्लेषण और समीक्षा कर रहा है। हालांकि विक्रम से संपर्क साधने की संभावनाएं लगातार कम हो रही है क्योंकि, चांद पर अब रात होने वाली है।
दरअसल, ऑर्बिटर ने 17 सितंबर को लैंडर विक्रम की कई सारी तस्वीरें क्लिक करी थी। एलआरओ के डिप्टी प्रोजेक्ट वैज्ञानिक जॉन केलर ने नासा के एक बयान की पुष्टि करते हुए कहा कि ऑर्बिटर के कैमरे ने विक्रम की कई सारी तस्वीरें क्लिक करी हैं।
NASA कर रहा तस्वीरों का अध्ययन
अब NASA LROC की टीम इन सभी तस्वीरों का पुरानी तस्वीरों के साथ अध्ययन कर रही है। इसकी जानकारी नासा के वैज्ञानिक जॉन केलर ने दी। दरअसल,10 साल से चंद्रमा की परिक्रमा कर रहे नासा के लूनर रिकॉनिस्सेंस ऑर्बिटर (LROC) को मंगलवार को विक्रम लैंडर के लैंडिंग साइट के ऊपर से गुजारा गया था।
NASA का ऑर्बिटर नहीं ले पाया तस्वीरें
वहीं नासा के गृह विज्ञान विभाग के सार्वजनिक मामलों के अधिकारी जेशुआ ए हैंडाल ने ईमेल के जरिए बताया कि LROC ने विक्रम जिस जगह पर लैंडिग करने वाला था उस साइट के आसपास की तस्वीरें क्लिक की लेकिन, लैंडर के सही स्थान का पता नहीं चल पाया था। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए हो सकता है लैंडर कैमरे के क्षेत्र से बाहर हो। उन्होंने कहा कि जब ऑर्बिटर गुजरा वह चांद के बेहद नजदीक था।
गौरतलब है कि सात सितंबर को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का लैंडर विक्रम उस योजना के हिसाब से चांद के साउथ पोल पर लैंडिंग नहीं कर पाया जैसी योजना ईसरो ने की थी। विक्रम ने अंतिम समय पर जाकर ग्राउंड स्टेशन से संचार खो दिया।
जानकारी के लिए बता दें कि ईसरो ने बताया था कि चंद्रयान का ऑर्बिटर ठीक से काम कर रहा है। वहीं, नासा के प्रवक्ता ने हाल ही में कहा कि एजेंसी ISRO का समर्थन करने के लिए लैंडर विक्रम की पहले और बाद की तस्वीरें साझा करेगी।
ये भी पढ़ें: Chandrayaan-2: चांद पर अब हो जाएगी रात, विक्रम से संपर्क की उम्मीद कम, जानें- इसरो ने क्या कहा