कोरोनाकाल में ब्रिटिश एयरवेज ने अपने बेड़े से रिटायर किए सभी लग्जरी बोइंग 747 विमान
ब्रिटिश एयरवेज बोइंग 747 हवाई जहाज के अपने पूरे बेड़े को रिटायर कर देगा। कंपनी की ओर से इन दिनों यात्रियों की संख्या में कमी और संचालन लागत अधिक होने की बात कही गई है।
लंदन, न्यूयॉर्क टाइम्स न्यूज सर्विस। ब्रिटिश एयरवेज बोइंग 747 हवाई जहाज के अपने पूरे बेड़े को रिटायर कर देगा। कंपनी की ओर से इन दिनों यात्रियों की संख्या में कमी और विमान की उच्च परिचालन लागत का अधिक होने का हवाला देते हुए ये घोषणा की गई है।
कंपनी के इस निर्णय से विमान के एक युग का अंत हो जाएगा। ये विमान कम से कम एक मंजिल के होते थे। अब उम्मीद की जा रही है कि ब्रिटिश एयरवेज अपने बेड़े में जो विमान शामिल करेगी वो इससे बड़े होंगे साथ ही और बेहतर और आधुनिक होंगे।
बोइंग 747 विमान की 50 साल पहले एयरवेज के बेड़े में शामिल किए गए थे। उस समय से विमान यात्रियों के आकर्षण का केंद्र होते थे। यात्री जब इसमें बैठते थे तो वो अधिक रोमांच महसूस करते थे। दुनिया का पहला जंबो जेट, जिसे "क्वीन ऑफ़ द स्काईज़" के रूप में जाना जाता है। बोइंग 747 ने जनता के लिए यात्रा में क्रांति ला दी, लेकिन हाल के वर्षों में इसको चलाने में लागत अधिक आने लगी और कमाई गिर गई, इस वजह से अब इसे हटाने का निर्णय लिया गया।
अमेरिकी वाहक द्वारा बोइंग 747 की अंतिम वाणिज्यिक उड़ान 2017 के अंत में हुई थी। ब्रिटिश एयरवेज ने 31 विमानों की सेवा के साथ दुनिया के सबसे बड़े बेड़े का संचालन किया। इसके अलावा कुछ अन्य वाणिज्यिक वाहक अभी भी 747 विमान उड़ा रहे हैं। हालांकि उनका उपयोग आने वाले वर्षों में और कम होने की उम्मीद है।
ब्रिटिश एयरवेज ने एक बयान में कहा कि बहुत दुख के साथ हम पुष्टि कर सकते हैं कि हम अपने पूरे 747 बेड़े को तत्काल प्रभाव से सेवानिवृत्त करने का प्रस्ताव कर रहे हैं। COVID-19 वैश्विक महामारी के कारण यात्रा में मंदी के कारण यह कभी भी हमारी शानदार magnificent क्वीन ऑफ़ द स्काईज 'कभी भी ब्रिटिश एयरवेज के लिए व्यावसायिक सेवाओं का संचालन नहीं करेगा।
जब बोइंग 747 ने पहली बार 1970 में सेवा शुरू की तो यह आधुनिक यात्रा तकनीक का एक बहुत शानदार उदाहरण था। जिसमें 27 प्रथम श्रेणी और 292 इकोनामिक क्लास के यात्रियों के लिए कमरा था। इसका आइकॉनिक, ऊपरी डेक पर एक लाउंज से सुसज्जित है। इस विमान में यात्रा करना एक लक्जरी यात्रा का पर्याय माना जाता था।