बोइंग ने अपनी तकनीकी खामी का समाधान किया तैयार, अपडेट सॉफ्टवेयर पर की गई चर्चा
शनिवार को वाशिंगटन के रेंटन में हुई बैठक में कंपनी ने एंटी-स्टॉल सॉफ्टवेयर और कॉकपिट डिस्पले में किए गए बदलाव पर चर्चा की।
द न्यूयॉर्क टाइम्स, वाशिंगटन। हालिया दुर्घटनाओं के बाद विवादों में घिरी विमान बनाने वाली अमेरिकी कंपनी बोइंग ने अपने 737 मैक्स 8 विमान में आई खामी का समाधान तैयार कर लिया है। शनिवार को वाशिंगटन के रेंटन में हुई बैठक में कंपनी ने एंटी-स्टॉल सॉफ्टवेयर और कॉकपिट डिस्पले (पायलट के सामने मौजूद स्क्रीन) में किए गए बदलाव पर चर्चा की। इस बैठक में कंपनी के प्रबंधन अधिकारियों के साथ अमेरिकी एयरलाइंस, यूनाइटेड एयरलाइंस, फ्लाई दुबई जैसी विमानन कंपनियों के प्रतिनिधि और पायलट शामिल हुए थे।
बैठक में शामिल दो प्रतिनिधियों के मुताबिक पांच पायलटों ने फ्लाइट सिमुलेटर में अपडेट हुए सॉफ्टवेयर का परीक्षण भी किया। फ्लाइट सिमुलेटर वह उपकरण है जिसमें विमान की उड़ान और उसके आसपास का काल्पनिक वातावरण तैयार किया जाता है। परीक्षण के दौरान सभी पायलट विमान को सुरक्षित लैंड कराने में सफल रहे थे।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल अक्टूबर में इंडोनेशिया और हाल में इथोपिया एयरलाइंस के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद से ही बोइंग सवालों के घेरे में थी। दोनों ही हादसों में बोइंग का 737 मैक्स 8 विमान उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इथोपिया एयरलाइंस के हादसे के बाद बोइंग को अपने सभी मैक्स 8 विमान उड़ान से हटाने पड़े थे। इससे कंपनी को कई अरब डॉलर का नुकसान हुआ। इस संकट से निपटने के लिए बोइंग ने अपने सॉफ्टवेयर में बदलाव किए हैं। लेकिन अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं, फेडरल एविएशन अथॉरिटी और विभिन्न देशों के नियामकों की सहमति के बिना मैक्स 8 को दोबारा उड़ान की अनुमति नहीं मिल सकती।