इस माह दूसरी बार बाइडन ने पुतिन से फोन पर की बात, कहा - यूक्रेन के साथ कम करें तनाव
रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन से अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने फोन पर बातचीत की और यूक्रेन के साथ तनाव कम करने को कहा। इसके अलावा और भी कई मुद्दों पर दोनों प्रमुखों के बीच बातचीत की गई।
वाशिंगटन, एएनआइ। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) व उनके रूसी समकक्ष ब्लादीमिर पुतिन (Vladimir Putin) के बीच गुरुवार को करीब एक घंटे तक फोन पर बातचीत हुई। यह फोन पुतिन की ओर से किया गया था। बाइडन ने पुतिन को चेतावनी भी दी है कि यदि रूस की ओर से यूक्रेन पर हमला होता है तो अमेरिका व इसके सहयोगी देश इसका जवाब देने से पीछे नहीं हटेंगे। बाइडन ने यह भी कहा कि इन बातचीत में महत्वपूर्ण प्रगति केवल दोनों के देशों के बीच तनाव कम होने पर ही हो सकती है। तनाव की स्थिति में इस संबंध में प्रगति नहीं हो सकती।
President Biden speaks on the phone with President Putin earlier today. pic.twitter.com/8CjCdIPl5k
— The White House (@WhiteHouse) December 30, 2021
व्हाइट हाउस के अनुसार राष्ट्रपति बाइडन और उनके रूसी समकक्ष ब्लादीमिर पुतिन के बीच फोन पर बातचीत हुई। 50 मिनट लंबी इस वार्ता में यूक्रेन का मामला भी शामिल था। व्हाइट हाउस के अनुसार राष्ट्रपति बाइडन ने राष्ट्रपति पुतिन से यूक्रेन के साथ तनाव कम करने को कहा है। दोनों प्रमुखों के बीच कई मुद्दों पर बातचीत हुई जिसमें रूस के साथ होने वाली रणनीतिक वार्ता पर भी चर्चा की गई। इस बारे में बुधवार को ही अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एमिली होर्न (Emily Horne) ने बता दिया था। उन्होंने यह भी कहा था कि बाइडन प्रशासन हमारे यूरोपीय सहयोगियों के साथ राजनयिक बातचीत को जारी रखेंगे।
बता दें कि अमेरिका और रूस के राष्ट्रपति के बीच जिनेवा में 10 जनवरी से वार्ता होने वाली है। इसी माह दोनों नेताओं के बीच वर्चुअल बैठक हुई थी जिसमें दोनों नेता यूक्रेन सीमा पर बढ़ते तनाव के मद्देनजर यूरोप में सुरक्षा पर बातचीत जारी रखने के लिए दूतों की नियुक्ति पर सहमत हुए थे। यूक्रेन का दावा है कि रूस के 90 हजार से अधिक सैनिक सीमा पर जमा हैं। इनके साथ बख्तरबंद गाड़ियां व इलेक्ट्रानिक युद्ध प्रणालियां भी हैं जिसके कारण यूक्रेन और नाटो गठबंधन चिंतित है। इन्हें लगता है कि रूस किसी तरह के आक्रमण की कोई योजना बना रहा है। वहीं रूस का कहना है कि यूक्रेन ने 1 लाख 20 हजार सैनिकों को सीमा पर तैनात कर रखा है और वह पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थित विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्र को दोबारा हासिल करने में लगा हुआ है। हालांकि यूक्रेन ने इस आरोप को गलत ठहराया है।