देश में हो रहे विरोध-प्रदर्शनों के बीच ट्रंप ने सैन्य अकादमी से गुलामी की बुराई को खत्म करने की अपील
ट्रंप ने संबोधन के दौरान सैन्य अकादमी से उत्तीर्ण अफसरों से कहा अपनी विरासत नहीं भूलें।
वेस्ट प्वाइंट, प्रेट्र। अमेरिका में नस्लवाद के खिलाफ चल रहे विरोध-प्रदर्शनों के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुलामी की बुराई को खत्म करने की अपील की है। वेस्ट प्वाइंट स्थित अमेरिकी सैन्य अकादमी से उत्तीर्ण अधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आप उन सैनिकों की विरासत को कभी नहीं भूलें, जिन्होंने गुलामी की बुराई को खत्म करने के लिए खूनी युद्ध लड़ा।
ट्रंप ने यह अपील तब की है, जब मिनीपोलिस में जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद हुए प्रदर्शनों से निपटने को लेकर उनकी और पेंटागन की जमकर आलोचना हो रही है। इससे पहले उन्होंने ओकलाहोमा के टुल्सा में होने वाली अपनी रैली के समय में बदलाव करते हुए उसके लिए 19 जून की तारीख तय की। यह दिन अमेरिका में दासता की समाप्ति का दिन है और टुल्सा 1921 में अश्वेतों पर श्वेतों के हमले का गवाह रह चुका है।
ट्रंप ने महामारी के दौरान आयोजित हुए कार्यक्रम में भारतीय मूल की सिख महिला अनमोल नारंग सहित 1,100 से अधिक छात्रों से कहा, 'अमेरिका को जो बात ऐतिहासिक रूप से विशिष्ट बनाती है, वह पूर्वाग्रहों के खिलाफ उसके संस्थानों की मजबूती है। बता दें कि सैन्य अकादमी के 218 साल के इतिहास में अनमोल यहां से स्नातक करने वाली पहली सिख महिला है।
राष्ट्रपति ने वेस्ट प्वाइंट में अपने पहले संबोधन का इस्तेमाल नए कमीशंड अधिकारियों को अकादमी का इतिहास और डगलस मैकआर्थर तथा ड्वाइट डी आइजनहावर जैसे जनरलों की कहानियों को याद दिलाने के लिए किया। उन्होंने कहा कि अमेरिकी सैन्य अकादमी ने हमें ऐसे पुरुष और महिलाएं दीं, जिन्होंने दासता की बुराई को खत्म करने के लिए खूनी युद्ध लड़ा और जीता। ट्रंप ने कहा, 'यह आपका इतिहास है। यह विरासत है जो आप सभी को मिली है, उसे कभी नहीं भूलना चाहिए। ट्रंप ने हर नस्ल, धर्म और पंथ से आने वाले अधिकारियों की एकता पर जोर दिया। उत्तीण होने वाले 11 सौ छात्रों में से बोस्निया-हर्जेगोविना, दक्षिण कोरिया और तंजानिया समेत 11 अन्य देशों के नागरिक भी शामिल हैं।
फिर साधा चीन पर निशाना
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना से निपटने में मदद के लिए सेना का आभार जताया और एक बार फिर इस संक्रामक रोग को चीन से आया अदृश्य दुश्मन बताया।