अब फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए देश में दाखिल होने वालों पर नजर रखेगा अमेरिका
America to use fake social media अमेरिकी अधिकारी एक तरकीब लेकर आए हैं। वे फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए गैरकानूनी तरीके से दाखिल होने वाले लोगों पर नजर रखेंगे।
वाशिंगटन, एपी। मौजूदा वक्त में दुनिया के कई मुल्क अवैध घुसपैठियों की समस्या से परेशान है। घुसपैठियों की समस्या पर लगाम लगाने के लिए मुल्कों में अलग अलग तरकीबें इस्तेमाल की जा रही हैं। भारत में एनआरसी के जरिए इनकी पहचान की कवायद चल रही है तो वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मैक्सिको सीमा पर दीवार बनाना चाहते हैं। अब अमेरिकी अधिकारी एक अलग तरकीब लेकर आए हैं। वे फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए गैरकानूनी तरीके से दाखिल होने वाले लोगों पर नजर रखेंगे।
समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक, अमेरिकी नागरिक एवं आव्रजन सेवा (US Citizenship and Immigration Services, USCIS) के अधिकारी अब फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर वीजा, ग्रीन कार्ड और नागरिकता हासिल करने के इच्छुक विदेशियों पर नजर रख सकेंगे। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, अमेरिकी गृह मंत्रालय की ओर से जुलाई 2019 में गोपनीयता संबंधी संभावित मामलों की समीक्षा की गई जिसके बाद इसमें अधिकारियों पर फर्जी आकउंट बनाने पर लगी रोक को हटा लिया गया।
हालांकि, यह साफ नहीं है कि फर्जी सोशल अकाउंट बनाने की नीति फेसबुक एवं ट्विटर के पैमाने पर कैसे खरा उतरेगी क्योंकि ये कंपनियां किसी दूसरे के नाम पर अकाउंट बनाने को अपनी शर्तों का उल्लंघन मानती हैं। अभी हाल ही में ट्विटर और फेसबुक ने बड़ी संख्या में फर्जी अकाउंट बंद किए हैं।
यूएससीआईएस ने अपने बयान में कहा है कि अधिकारियों के फर्जी अकाउंट बनाने से फर्जीवाड़े के संभावित सबूत हासिल करने में आसानी होगी। साथ ही यह तय करने में भी सहूलियत होगी कि किसी व्यक्ति को प्रवेश देने से अमेरिका की सुरक्षा को खतरा तो नहीं है। यहां बता देना जरूरी है कि इस नीति में बदलाव से पहले विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी वीजा आवेदन करने वालों के लिए सोशल मीडिया आकउंट की जानकारी देना अनिवार्य कर दी थी। माना जा रहा है कि हालिया बदलाव ट्रंप प्रशासन की अमेरिका आने वाले यात्रियों की विस्तृत जांच का हिस्सा है।