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अमेरिका ने ईरान की विमानन कंपनी और जहाजरानी उद्योग पर लगाया प्रतिबंध

अमेर‍िका ने कहा है क‍ि आतंकी संगठनों की सहायता में इरान अपने व‍िमानन और जहाजरानी कंपन‍ियों का उपयोग करता है।

By Jagran News NetworkEdited By: Published: Thu, 12 Dec 2019 05:11 PM (IST)Updated: Thu, 12 Dec 2019 05:27 PM (IST)
अमेरिका ने ईरान की विमानन कंपनी और जहाजरानी उद्योग पर लगाया प्रतिबंध
अमेरिका ने ईरान की विमानन कंपनी और जहाजरानी उद्योग पर लगाया प्रतिबंध

वाशिंगटन, आइएएनएस। अमेरिका ने ईरान की महान विमानन कंपनी और जहाजरानी उद्योग पर नए प्रतिबंध लगा दिए हैं। इन प्रतिबंधों की घोषणा करते हुए बुधवार को यहां अमेरिकी वित्त मंत्री स्टीव मुचिन ने कहा, आतंकी संगठनों को हथियारों की आपूर्ति के लिए ईरान अपने विमानन और जहाजरानी उद्योग का उपयोग करता है। ऐसा कर वह सीरिया और यमन में विनाशकारी मानवीय संकट में सीधे योगदान दे रहा है। विमानन और जहाजरानी उद्योग को सतर्क रहना चाहिए और आतंकी गतिविधियों की अनुमति नहीं देनी चाहिए।

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इराक में हालात बिगाड़ने की थी साज‍िश 

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने बताया कि महान एयर के तीन कर्मचारी इस काम में लगे हुए थे। उन्होंने कहा कि इन प्रतिबंधों की घोषणा ईरान और अमेरिका के बीच कैदियों की अदला-बदली के कुछ ही दिनों बाद तब की गई जब ईरान समर्थित तीन आतंकी इराकी नेताओं और बेकसूर लोगों की हत्या कर इराक में हालात बिगाड़ने की योजना बना रहे थे।

ईरान से लंबे अर्से से जारी है अमेरिका की खुन्‍नस 

गौरतलब है कि 2006 में ईरान ने अपने यहा पांच परमाणु रिएक्टर लगाए थे।उनमें से एक रूस की मदद से लगाया था। इसके बाद इजरायल और अमेरिका समेत कई और देशों की नजरें टेढ़ी हो गई थीं। हालांकि, ईरान बार-बार कहता रहा कि उनके परमाणु रिएक्टर का मकसद परमाणु हथियार बनाना नहीं बल्कि ऊर्जा उत्पन्न करना है। लेकिन, अमेरिका और इजरायल ये मानने को तैयार नहीं हुए। इन्हें शक था कि बुशेर परमाणु प्लांट में ईरान चोरी-छुपे परमाणु बम परमाणु बना रहा है।इसके बाद परमाणु रिएक्टर के इस्तेमाल को लेकर फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन ने ईरान के साथ वार्ता  की। इसमें अमेरिका, चीन और रूस भी शामिल हुए। फिर नौ साल बाद 2015 में इन देशों ने ईरान के साथ एक समझौता किया। इसमें ईरान अपने परमाणु प्‍लांट की जांच के लिए तैयार हो गया ताकि ये पता चल सके कि ईरान के परमाणु प्लांट में हथियार बना रहा है या नहीं।

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