Amazon Fires: अमेजन के जंगलों में लगी आग पर UN और फ्रांस ने जताई चिंता, जानिए- क्या कहा
ब्राजील के राष्ट्रपति जैर बोल्सोनारो ने अपने फ्रांसीसी समकक्ष पर अमेजन के मामले में उपनिवेशवादी मानसिकता रखने का आरोप लगाया है।
सल्वाडोर, एएफपी/रायटर। धरती के फेफड़े कहे जाने वाले अमेजन के वर्षावनों में लगी भीषण आग पर संयुक्त राष्ट्र (यूएन) और फ्रांस ने चिंता जताई है। यूएन महासचिव एंटोनियो गुतरेस ने एक ट्वीट में कहा, 'विश्व अभी जलवायु संकट का सामना कर रहा है। ऐसे में हम ऑक्सीजन और जैव विविधता के सबसे बड़े स्त्रोत में ज्यादा नुकसान सहन नहीं कर सकते। अमेजन के जंगलों को संरक्षित किया जाना जरूरी है।' फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने भी इन जंगलों में लगी आग को वैश्विक संकट बताया है।
उन्होंने कहा, हमारा घर जल रहा है। आगामी 24 से 26 अगस्त को होने वाले जी-7 सम्मेलन में इस पर चर्चा होनी चाहिए। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने भी मैक्रों के प्रस्ताव का समर्थन करते हुए जी-7 में अमेजन का मुद्दा उठाए जाने की बात की।
ब्राजील के राष्ट्रपति जैर बोल्सोनारो ने अपने फ्रांसीसी समकक्ष पर अमेजन के मामले में उपनिवेशवादी मानसिकता रखने का आरोप लगाया है। साथ ही अन्य देशों को इस मामले में दखल नहीं देने की नसीहत दी है। धरती की 20 फीसद ऑक्सीजन देने वाले अमेजन के जंगलों में बीते दो हफ्तों से लगी आग कम होने का नाम नहीं ले रही। इन जंगलों का 60 फीसद हिस्सा ब्राजील में पड़ता है।
इस आग से साओ पाउलो समेत ब्राजील के कई शहर और आस-पड़ोस के देश भी प्रभावित हुए हैं। अमेजन में लगी आग के कारण पेरू भी हाई अलर्ट पर है। दक्षिण अमेरिकी देश पराग्वे और बोलीविया के हिस्से में आने वाले वर्षावनों में भी आगजनी से बड़ा नुकसान हुआ है।
ब्राजील के राष्ट्रपति को ठहराया जा रहा जिम्मेदार
कई पर्यावरण कार्यकर्ता अमेजन के ताजा हालात के लिए ब्राजील के राष्ट्रपति को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उनका कहना है कि बोल्सोनारो ने वनों की कटाई और खनन को बढ़ावा दिया है इसी वजह से इतनी भीषण आग लगी। लेकिन बोल्सोनारो ने सूखे को आग का कारण बताया है। गुरुवार को उन्होंने कहा था कि शायद किसान अवैध रूप से जंगल में आग लगा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस मौसम में जंगलों में आग लगना आम है और इसके लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाना एक साजिश है।