इस्लामपुर छात्र गोली कांड के खिलाफ जगह-जगह आंदोलन
-मृतक के छात्र के परिजनों ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की -छात्रों के शव को दफन
-मृतक के छात्र के परिजनों ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की
-छात्रों के शव को दफनाने पर ग्रामीणों में आक्रोश, शव की कर रहे है निगरानी
जेएनएन, उत्तर दिनाजपुर/ मालदा/ दिनहाटा: इस्लामपुर के दारीविभा उच्च विद्यालय स्कूल में पिछले दिनों पुलिस फायरिंग से विद्यालय के दो पूर्व छात्र राजेश सरकार व तापस वर्मन की मौत हो गयी। इस घटना को लेकर जगह-जगह विभिन्न संगठनों की ओर से आंदोलन किया जा रहा है। शिक्षक व बुद्धिजीवी वर्ग भी इस घटना की भर्त्सना कर रहे है। शनिवार को मालदा में छात्र परिषद की ओर से राष्ट्रीय राजमार्ग 34 पर सड़़क जाम करके दोषी पुलिस कर्मी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गयी है। वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से फव्वाड़ा मोड़ पर शिक्षा मंत्री का पुतला दहन किया गया।
इस्लामपुर की घटना में मृत दो छात्र राजेश सरकार व तापस बर्मन के परिजनों ने इस मामले की सीबीआई जाच की माग की है। वहीं दूसरी ओर दोनों छात्रों के शव को दाह संस्कार नहीं करने देने वर ग्रामीण पुलिस प्रशासन पर सवाल उठा रहे है। पुलिस शवों को निकाल कर कही अन्य जगह न ले जाये, इसलिए दफनाये गए स्थान पर लोग बारी-बारी से निगरानी कर रहे है। मृतक के परिवार व ग्रामीण पहरा दे रहे है।
मृतक छात्र रोजश सरकार के पिता ने कहा कि जिला पुलिस प्रशासन द्वारा शवों का पोस्टमार्टम सही तरीके से नहीं कराया गया। पुलिस की गोली से ही राजेश की मौत हुई है और पुलिस मामले को दबाना चाहती है। हमें राज्य प्रशासन पर तनिक भी भरोसा नहीं है। हम चाहते है कि इस घटना की जांच सीबीआई द्वारा कराया जाए। गौरतलब है कि 20 सितंबर को उत्तर दिनाजपुर जिले के इस्लामपुर के दारीविटा उच्चविद्यालय में बाग्ला माध्यम के शिक्षक की नियुक्त की माग को लेकर हुए आदोलन में गोली लगने से रोजश सरकार व तापस बर्मन की मौत हो गयी थी। कुछ लोग घायल भी हुए थे।
दूसरी ओर दिनहाटा में एसएफआई की ओर से बंद बुलाया गया। शनिवार को विभिन्न स्कूलों के सामने एसएफआई की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया। पुलिस को वर्दी त्यागकर तृणमूल का झंडा थामने को कहा गया। इसे लेकर स्कूल परिसर में खड़े पुलिसकर्मी के साथ एसएफआई का विवाद भी हुआ गया।
एसएफआई के कूचबिहार के जिला सचिव शुभ्र लोक दास ने बताया कि इस्लामपुर के दो छात्र की मौत की घटना का जगह-जगह विरोध करके दोषी पुलिसकर्मियों को सजा देने की मांग की गयी। छात्र हड़ताल पूरी तरह सफल रहा। दिनहाटा के अधिकांश स्कूल कालेज आज बंद रहे।
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