पीके टीम पहुंची कालियागंज, टिकट की मारामारी
-पीके टीम शैक्षणिक योग्यता और व्यवहार कुशलता को दे रही है तवज्जो संवाद सूत्रकालियागंज
-पीके टीम शैक्षणिक योग्यता और व्यवहार कुशलता को दे रही है तवज्जो
संवाद सूत्र,कालियागंज: तृणमूल कांग्रेस के चुनाव रणनीतिकार प्रशात किशोर की टीम कालियागंज में आगामी नगरपालिका चुनाव में तृणमूल की टिकट पाने को लेकर चल रही आपसी मारामारी से निपटने और पारदर्शी छवि का चेहरा सामने लाने में कितनी सफल होगी? यह प्रश्न नपा मतदान से पूर्व कालियागंज के सभी इलाको में चर्चा का विषय है।
गौरतलब है की राज्य में सौ से अधिक नगर पालिकाओं के साथ कालियागंज नपा चुनाव फरवरी के अंत या मार्च में होने की संभावना है। जिसकी घोषणा से पहले कालियागंज शहर के कुल 17 वाडरें में तृणमूल प्रत्याशी बनने के दावेदारों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। अतीत में कालियागंज के नपा चुनाव में सत्ताधारी पार्टी के लिए लड़ने वाले कुछ मूल रूप से तृणमूल के नेता फिरसे उम्मीदवार बनने को तैयार है। इसके उलट 2016 में काग्रेस और बीजेपी से तृणमूल में आए कई नपा पार्षद अपने या अपनी पत्िनयों के लिए टिकट का दावा कर रहे हैं। जिसको लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
कालियागंज शहर तृणमूल के अध्यक्ष सुजीत सरकार का हालाकि मानना है कि नपा चुनाव में तृणमूल की उम्मीदवारी पाने के लिए काफी लोग इछुक है, जो पार्टी के लिए शुभ संकेत है। जिसको लेकर तृणमूल का शीर्ष नेतृत्व हर वार्ड में पार्टी के उम्मीदवारों को अंतिम रूप देगा। सभी कोई पार्टी के मनोनीत उम्मीदवार के लिए काम करेगा। शहर तृणमूल अध्यक्ष का कहना है कि पार्टी के लिए पारदर्शी छवि वाले स्वीकार्य चेहरे का चुनाव करना आसान होगा, क्योंकि एक वार्ड में एक से अधिक दावेदार सामने आ रहे है।
तृणमूल सूत्रों के मुताबिक इस साल जनवरी के अंत में कालियागंज में तृणमूल उम्मीदवारों की सूची प्रकाशित हो सकती है। इससे पहले चुनाव रणनीतिकार प्रशात किशोर की टीम वार्ड आधारित सीट आरक्षण सूची के अनुसार उपयुक्त उम्मीदवारों की तलाश में जुटी है। यद्यपि कालियागंज शहर की सारी शक्ति अब सत्ताधारी दल के हाथों में है, लेकिन यह शक्ति जनता के निर्णय से नहीं आई। 2015 में पिछले नपा चुनाव में राष्ट्रीय काग्रेस ने कालियागंज नपा बोर्ड पर पाचवी बार चुनाव जीत कर कब्जा किया था। जबकी पिछले नपा चुनाव में तृणमूल एक सीट भी नही जीत पाई थी। सन 2016 में दलबदल की राजनीति के सौजन्य से कालियागंज की सारी सत्ता तृणमूल के अधीनस्थ आगई। उसके बाद तृणमूल के सत्ता में आने के बाद कालियागंज में बड़े पैमाने पर विकास कार्य शुरू किए गए। जिससे शहर के विकास की तरह कई पार्षद ऊपर उठकर अहंकार में आ गए। अब सत्ताधारी दल के पक्ष में काटा है। तृणमूल एक स्पष्ट छवि और एक ऐसा चेहरा चाहती है जो पूर्व पार्षदों के बजाय लोगों को स्वीकार्य हो। इसलिए पार्टी नेता ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी ने नपा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन की जिम्मेदारी प्रशात किशोर को सौंपी है। टीम पीके ने राज्य के अन्य शहरों की तरह कालियागंज में भी उम्मीदवारों की तलाश शुरू कर दी है। कालियागंज के कुल 17 वाडरें में तृणमूल प्रत्याशी बनने के इच्छुक जितने भी नाम सामने आए हैं, उनके व्यवहार के बारे में पूछताछ की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक इस बार तृणमूल उम्मीदवारों की सूची में ऐसे लोग भी शामिल हो सकते हैं जो सीधे तौर पर राजनीति से नहीं जुड़े हैं। तृणमूल का उम्मीदवार बनने के लिए इस बार शैक्षणिक योग्यता और पेशेवर मुद्दा को प्राथमिकता दी जाने की संभावना बताई जा रही है।