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पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना रंजनडी डैम

पुरुलिया नगर से 50 किलोमीटर दूर है काशीपुर ब्लॉक का रंजनडी गांव। कभी इस गांव को पिकनिक स्पॉट के रूप में जाना जाता था।

By JagranEdited By: Published: Fri, 01 Oct 2021 08:00 AM (IST)Updated: Fri, 01 Oct 2021 08:00 AM (IST)
पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना रंजनडी डैम

विष्णु चंद्र पाल, पुरुलिया : पुरुलिया नगर से 50 किलोमीटर दूर है काशीपुर ब्लॉक का रंजनडी गांव। कभी इस गांव को पिकनिक स्पॉट के रूप में जाना जाता था। अब इस गांव की पहचान पर्यटन स्थलों में की जा रही है। आद्रा रेल मंडल से इस गांव की दूरी लगभग 15 किलोमीटर है। इस गांव को टूरिज्म के मानचित्र पर लाने वाले काशीपुर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक स्वपन वेलथरिया ने बताया कि गांव में मीडियम साइज का एक तालाब है, जिसका नाम योगमाया सरोवर है। यह तालाब पूर्व से ही इस गांव में है। इस तालाब में दो छोटी नदियों का मिलन स्थल भी है। इस मिलन स्थल को लेकर कुछ वर्षो पूर्व पश्चिम बंगाल की सरकार ने कृषि व सिंचाई कार्यो को लेकर डैम की योजना बनाई थी, जिसे रंजनडी डैम कहा जाता है। डैम के चारों ओर घने जंगल हैं। हालांकि डैम का निर्माण होने के बाद जंगल का बड़ा हिस्सा पानी में डूब गया। इस कारण डैम में सुंदरवन जैसा दृश्य दिखाई देता है। डैम के ऊपर पेड़ों का जंगल और बीच में एक द्वीप भी है। इस अद्भुत दृश्य को देखने के बाद इसे पर्यटन के मानचित्र पर लाने के लिए विचार-विमर्स शुरू हुआ। डैम के पानी में डूबे पेड़ पेड़ों के बीच नौका विहार की व्यवस्था करने के साथ-साथ डैम के समीप एक सुंदर सरकारी अतिथि निवास का निर्माण कराया गया। काशीपुर पंचायत समिति की ओर से रंजनडी को आकर्षक बनाने के लिए सड़क का निर्माण कराया गया। गेस्ट हाउस में पर्यटकों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था कराई गई। कुल 12 कमरों के इस गेस्ट हाउस को बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। पुरुलिया जिला परिषद का सदस्य तथा काशीपुर के निवासी सौमेन वेलथरिया ने कहा है घने जंगल से भरा यह डैम वास्तव में सुंदरवन जैसा ही प्रतीत होता है। प्रकृति की सुंदरता का आनंद लेने के लिए व प्राकृतिक द्वीप में प्रवासी पक्षियों को देखने के लिए अब काफी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं। इससे इस क्षेत्र के लोगों को रोजगार भी मिल गया। पर्यटन स्थलों के मानचित्र पर जगह मिलने के बाद इस स्थल पर कई बेरोजगार होटल व रेस्टोरेंट बनाकर रोजगार की तैयारी कर रहे हैं। आद्रा स्थित पलाशकोला के निवासी वासुदेव वाउड़ी ने बताया कि ट्रेन से आद्रा रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद टेंपो या ई-रिक्शा से आसानी से रंजनडी डैम पहुंचा जा सकता है। जिला परिषद सदस्य सौमेन वेलथरिया ने कहा कि रंजनडी आने वाले पर्यटक काशीपुर पंचाकोट राजबाड़ी, जय चंडी पहाड़, वड़ंती डैम, क्रोशजुड़ी शिव मंदिर आदि का भी दर्शन कर सकते हैं। काशीपुर-सोनाथली-धातला मोड़ से रंजनडी लगभग एक किलोमीटर दूर है। स्थानीय लोगों ने रंजनडी को प्लास्टिक मुक्त बनाने का भी बीड़ा उठाया है। स्थानीय लोग प्लास्टिक, थर्मोकोल से बनी थालियों को उठाकर किसी दूसरी जगह पर नष्ट कर देते हैं। इस स्थल पर स्वच्छता को बनाए रखना स्थानीय लोगों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।

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