जंगल महल में अभी से गहराने लगा जलसंकट
पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत जंगल महल के विभिन्न भागों में कायदे से अभी ग
संवाद सूत्र, मेदिनीपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत जंगल महल के विभिन्न भागों में कायदे से अभी गर्मी की शुरुआत भी नहीं हुई है, लेकिन जल संकट ने जगह-जगह गंभीर रूप धारण करना शुरू कर दिया है। आलम यह कि लोगों को आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ रहा है।
पानी की मांग पर चंद्रकोणा के वैद्यनाथपुरवा के पूर्वपाड़ा गांव के लोगों ने शुक्रवार की सुबह चंद्रकोणा-पलासचाबड़ी रोड पर करीब एक घंटे तक विरोध-प्रदर्शन किया। इससे मुख्य मार्ग पर जाम लगा रहा। ग्रामीणों ने कहा कि उनके गांव में चार नलकूप हैं, लेकिन अरसे से चारों नल खराब पड़े हैं। इस वजह से उन्हें पानी नहीं मिल पा रहा है। इस वजह से उन्हें कुछ दूरी पर स्थित दूसरे गांव में लगे नल से पानी लाना पड़ रहा है। बार-बार ध्यानाकर्षण के बावजूद विभागीय अधिकारियों की उदासीनता के चलते उन्हें सड़क जाम का रास्ता अख्तियार करना पड़ा। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि यदि अभी से यह हाल है तो तापमान बढ़ने के बाद उनकी क्या हालत होगी। सूचना मिलने पर पहुंचे बीडीओ शाश्वत प्रकाश लाहिड़ी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि जल्द ही नलों की मरम्मत कर गड़बड़ी दूर की जाएगी। जिसके बाद ग्रामीणों ने जाम समाप्त किया। वहीं मेदिनीपुर सदर प्रखंड के धेड़ुआ ग्राम पंचायत के बाघमारा, बेड़ा, सिरसी, डाबरा और चांदाविला में भी गंभीर जल संकट की समस्या सामने आई है। इसके खिलाफ एसयूसीआइ कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को धेड़ुआ में विरोध-प्रदर्शन के साथ ही बीडीओ दफ्तर में लिखित शिकायत पत्र जमा कराया। संगठन की ओर से सपन पात्र व प्रभंजन जाना ने कहा कि अभी से यदि पानी की समस्या होगी तो गर्मी के बाद की हालत का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को स्वच्छ जल नहीं मिल पा रहा है। लोग दूषित जल पीने को मजबूर हैं। ऐसे में डायरिया समेत अन्य बीमारियों का खतरा है। हालत जल्द नहीं सुधरे तो बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा।