तृणमूल ने किया पंचायत चुनाव का शंखनाद
संवाद सूत्र, मेदिनीपुर : तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद सुब्रत बक्शी ने पंचायत चुनाव का
संवाद सूत्र, मेदिनीपुर : तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद सुब्रत बक्शी ने पंचायत चुनाव का शंखनाद करते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा कि पार्टी का निशान पाने वाला चाहे वह अंधा हो, काना हो या लंगड़ा हो, उसको साथ लेकर ही पंचायत चुनाव की लड़ाई सबको लड़नी होगी। दलीय पताका जिस कंधे पर होगी, वही उम्मीदवार होगा और पार्टी का यह निर्णय सभी को बिना किसी भेदभाव के मानना होगा।
सुब्रत बक्शी रविवार को पश्चिम मेदिनीपुर जिले के बाडुआ में आयोजित तृणमूल कांग्रेस के पंचायत राज सम्मेलन को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रहे थे। बक्शी ने कहा कि बंगाल की माटी में खड़े होकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज जिस मुकाम पर पहुंची हैं, वह एक दिन के आंदोलन का परिणाम नहीं है। इसके लिए वर्षों कठिन परिश्रम करना पड़ा है। शुरू में कांग्रेस में रहते हुए ममता बनर्जी ने जो लड़ाई शुरू की थी, उसे कांग्रेस में रहते हुए अंजाम तक पहुंचा पाना संभव नहीं हो रहा था। इसीलिए पहली जनवरी, 1998 को उन्होंने अकेले चलने का निर्णय लेते हुए तृणमूल कांग्रेस की स्थापना की थी। लंबे संघर्ष के बाद 10 मई, 2011 को जनता ने अपना विश्वास ममता बनर्जी के प्रति जताते हुए प्रदेश के शासन की बागडोर सौंपी। आज देश में कोई ऐसी पार्टी नहीं है जिसका नेता सभी वर्ग को संतुष्ट कर सके। लोग बेसब्री से ममता बनर्जी के दिल्ली आगमन का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी की अहम भूमिका होगी। इससे पहले राज्यसभा सांसद मानस भुइयां, झाड़ग्राम की सांसद उमा सोरेन, पार्टी जिलाध्यक्ष अजीत माईती, युवा इकाई के जिलाध्यक्ष रमा प्रसाद गिरि, जिला परिषद अध्यक्ष उत्तरा ¨सह हाजरा व प्रदेश के जल संपदा मंत्री डॉ. सोमेन महापात्रा ने भी सम्मेलन को संबोधित करते हुए कार्यकर्ताओं से पंचायत चुनाव के लिए कमर कस लेने का आह्वान किया।